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    नागपुर से मंगवाए आठ इंजन, कोई भी ट्रेन नहीं होगी बंद

    By Edited By:
    Updated: Mon, 26 Oct 2015 01:02 AM (IST)

    विनोद कुमार, पठानकोट रेलवे हायर अथॉरिटी ने जोगिन्द्रनगर रेल सेक्शन पर इंजनों की कमी के कारण रद चल ...और पढ़ें

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    विनोद कुमार, पठानकोट

    रेलवे हायर अथॉरिटी ने जोगिन्द्रनगर रेल सेक्शन पर इंजनों की कमी के कारण रद चल रही सभी आठ ट्रेनों (अप / डाउन) को शुरू करने के लिए नागपुर से आठ इंजनों को पठानकोट भेजने का आदेश जारी किया है। डिवीजनल रेल अधिकारियों की माने तोआगामी माह के शुरूआत में ही यह इंजन पठानकोट पहुंच जाएंगे। उसके बाद सभी ट्रेनें बहाल हो जाएंगी। रेलगाड़ियां बहाल होने के बाद पठानकोट से रोजाना हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों से आने व जाने वाले तीन हजार से अधिक यात्रियों को बसों में आठ गुणा से भी अधिक किराया खर्च करने से राहत मिल जाएगी।

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    इसे सीधे तौर पर हिमाचल जाने वाले यात्रियों को विभाग की ओर से दीपावली का तोहफा कहना गलत नहीं होगा। गौर हो कि कोपरलाहड़ और ज्वालामुखी स्टेशनों के बीच हुए भूस्खलन के कारण चार माह से बाधित चल रहा पठानकोट-जोगिन्द्रनगर नैरोगेज रेल सेक्शन बीती 17 अक्टूबर को बहाल हो गया था। लेकिन, पठानकोट रेलवे ने सुरक्षा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए हायर अथॉरिटी से बात कर कुल 18 इंजनों में से आयु पूरी कर चुके 7 पुराने इंजनों को ट्रैक पर न भेजते हुए इन इंजनों को तुरंत साइड पर करवा दिया था। उस कारण रोजाना अप / डाउन चलने वाली चौदह रेलगाड़ियों में से केवल छह रेलगाड़ियां ही चल रही हैं।

    रेलवे अधिकारियों का कहना है कि बेशक रेलवे की ओर से पठानकोट को 12 नए इंजन दिए जाने है परन्तु प्रोसेस पूरा होते-होते कम से कम एक वर्ष का समय लग जाना है। इस दौरान ट्रैक पर चल रहे इंजनों ने भी जबाव दे जाना है। उस कारण रेल सेक्शन को पूरी तरह से बंद करने के सिवाय उनके पास कोई विकल्प नहीं बचता है। रेलवे अधिकारियों की ओर से रेलवे बोर्ड को नागपुर से रायपुर रेल सेक्शन के आधे से ज्यादा भाग को ब्राडगेज में तबदील किए जाने के बाद वहां रिजर्व पड़े आठ इंजनों को पठानकोट शिफ्ट करने के लिए लिखा था। भेजी गई प्रपोजल को तुरंत मानते हुए नागपुर में रिजर्व पड़े आठ इंजनों को भेजने की मंजूरी दे दी गई है।

    यह ट्रेनें चल रही हैं कैंसल :

    पठानकोट से रोजाना रात/ सुबह 2:15 बजे जाने जोगिन्द्रनगर जाने वाली (52471), पठानकोट से सुबह 4 बजे बैजनाथ-पपरोला जाने वाली (52463), पठानकोट से रोजाना सुबह 10 बजे जोगिन्द्रनगर जाने वाली (52473) तथा दोपहर 15:50 जाने वाली (52469) ट्रेन आगामी आदेशों तक बंद है।

    पठानकोट से चल रही है यह ट्रेनें:

    पठानकोट से रोजाना सुबह 6:45 बजे बैजनाथ जाने वाली (52465),दोपहर 1:20 बजे बैजनाथ जाने वाली (52467) तथा सायं 17:50 बजे चलने वाली (52461) रोजाना अपने निर्धारित समय से गंतव्य तक चलेगी।

    रोजाना तीन हजार से अधिक यात्री करते हैं सफर

    पठानकोट से रोजाना हिमाचल प्रदेश के लिए सात रेलगाड़ियां जाती है और इतनी ही रेलगाड़ियां हिमाचल प्रदेश से पठानकोट के लिए आती हैं। प्रत्येक गाड़ी में औसतन 350 के करीब यात्री पठानकोट से विभिन्न क्षेत्रों के लिए सफर करते हैं। औसतन पठानकोट से रोजाना 2100 से अधिक यात्री सफर करते हैं और हिमाचल प्रदेश से भी डेढ़ हजार से अधिक यात्री पठानकोट व आसपास के क्षेत्र में आते हैं। अप-डाउन में चलने वाली चौदह में से आठ रेलगाड़ियां पूरी तरह से कैंसल होने के कारण जहां रेलवे को आर्थिक तौर पर नुक्सान का सामना उठाना पड़ रहा है, वहीं यात्रियों को भी बसों में आठ गुणा अधिक किराया खर्च करना पड़ रहा। उधर, रेलवे की ओर से पठानकोट के लिए आठ इंजन भेजे जाने पर व्यापार मंडल पठानकोट के प्रधान भारत महाजन, आल इंडिया व्यापार मंडल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राजेश शर्मा, महासचिव अमित नय्यर, पीआरओ विकास विग ने हायर अथारिटी का आभार जताया है।

    दीपावली तक रद्द चल रही सभी ट्रेनें होंगी शुरू : सीनियर डीएमई

    फिरोजपुर रेल मंडल के सीनियर डिवीजनल मेकेनिक्ल इंजीनियर आरके तायल से मोबाइल पर बात की तो उनका कहना था कि नागपुर से रायपुर नैरोगेज रेल सेक्शन का काफी भाग को ब्राडगेज में तबदील होने केबाद वहां लगभग 8 इंजन शेड में खड़े हैं। इन इंजनों को पठानकोट से जोगिन्द्रनगर रेल सेक्शन पर चलाने के लिए रेलवे बोर्ड को लिखा गया था। उसे मान लिया गया। इतना ही नहीं रेलवे बोर्ड ने इन इंजनों को जल्द से जल्द पठानकोट भेजने का आदेश भी जारी कर दिया। आदेश के बाद फिरोजपुर रेल मंडल इन इंजनों को मंगवाने के लिए काम शुरू कर दिया है। उम्मीद है कि अगले दीपावली तक यह इंजन पठानकोट पहुंच जाएंगे।