नवांशहर में बच्चे की प्रवासी द्वारा हत्या पर छिड़ा बवाल, जांच के लिए 'फास्ट ट्रैक कोर्ट' बनाने की उठी मांग
नवांशहर में आरएमपीआई की बैठक में होशियारपुर हत्याकांड की निंदा की गई और अंतरराज्यीय श्रमिकों के खिलाफ नफरत फैलाने वालों की आलोचना की गई। वक्ताओं ने पंजाब की शांति भंग करने की साजिश के प्रति आगाह किया और विभाजनकारी ताकतों से सावधान रहने का आग्रह किया। पार्टी ने बाढ़ पीड़ितों को मुआवजे की मांग की और 26 सितंबर को मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजने का निर्णय लिया।

जागरण संवाददाता, नवांशहर। भारतीय क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी (आरएमपीआई) की जिला कमेटी की बैठक जिला अध्यक्ष हरपाल सिंह जगतपुर की अध्यक्षता में हुई। जिसमें कुलदीप सिंह, सतनाम सिंह गुलाटी, सुरिंदर भट्टी, सतनाम सिंह सुजों, हरि बिलास हियों, सोम लाल, जसवीर मोरों, गुरदयाल सिंह और सोहन सिंह सहित अन्य मौजूद रहे। इस दौरान कामरेड प्यारे लाल बीका और बाढ़ में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
बैठक में विशेष रूप से पहुंचे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कामरेड मंगत राम पासला ने होशियारपुर में पांच वर्षीय मासूम बच्चे हरवीर उर्फ बिल्ला की निर्मम हत्या करने वाले दरिंदे को तुरंत सख्त सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन की पुरजोर मांग की है।
पार्टी ने राज्य भर में कुछ लोगों द्वारा अंतरराज्यीय श्रमिकों के खिलाफ चलाए जा रहे नफरत भरे अभियान और इस दुखद घटना के आधार पर पारित किए जा रहे पंचायत प्रस्तावों पर भी गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि किसी एक व्यक्ति के अमानवीय कृत्य के आधार पर अपराधी से संबंधित पूरे समुदाय को सजा का भागीदार बनाना किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं कहा जा सकता।
यह खतरनाक घटना केंद्रीय एजेंसियों, चरमपंथियों और असामाजिक तत्वों द्वारा पंजाब के अमन-चैन को भंग करने की लंबे समय से चली आ रही साजिश का नतीजा है, क्योंकि देश में सत्तासीन संघ समर्थक मोदी सरकार पंजाबियों के विनम्र स्वभाव और हर तरह के अन्याय के खिलाफ लड़ने के उनके जज्बे को लेकर बेहद चिंतित है।
केंद्र सरकार में बैठे सांप्रदायिक सोच वाले शासक भी पंजाब की उग्रवादी विरासत और एकजुटता, समानता व मानव सरोकारों के प्रतीक सिख गुरुओं द्वारा रचित भजनों को देश के लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष व संघीय ढांचे को नष्ट करके यहां धर्म-आधारित अलोकतांत्रिक ढांचा स्थापित करने की अपनी राह में एक बड़ी बाधा मानते हैं।
पंजाब विरोधी इन तत्वों को होशियारपुर में मारे गए मासूम बच्चे के परिवार या रोजाना घट रही ऐसी ही घटनाओं के पीड़ितों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है, बल्कि वे उक्त दुखद घटना को आधार बनाकर लोगों में फूट डालने के अपने कुकृत्य को अंजाम देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि अंतर-राज्यीय कामगारों के विरुद्ध शुरू किया गया उक्त अभियान न केवल पंजाबियों, विशेषकर सिखों की छवि को धूमिल करेगा, बल्कि देश के विभिन्न राज्यों में शांतिपूर्वक रह रहे और रोजी-रोटी की तलाश में विदेश गए पंजाबियों के लिए भी कई अप्रत्याशित कठिनाइयां पैदा करेगा।
उन्होंने सभी पंजाबियों, विशेषकर वामपंथी-लोकतांत्रिक ताकतों, जिनकी अन्याय के विरुद्ध लड़ने की विरासत रही है, से अपील की है कि वे विभाजनकारी तत्वों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए आगे आएं।
उन्होंने अंतर्राज्यीय श्रमिकों से भी अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के उकसावे में आकर कोई भी गैरकानूनी व अनुचित कार्रवाई न करें और हत्या, डकैती या अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल शरारती तत्वों को कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस के हवाले करें।
उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को तत्काल उचित मुआवजा देने की मांग की। इस संबंध में 26 सितंबर को डिप्टी कमिश्नरों के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।