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    पराली को आग लगाने का काम जारी, अब तक 227 केस

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 11 Nov 2021 03:31 AM (IST)

    जिले में पराली को आग लगाने की घटनाएं लगातार जारी है।

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    पराली को आग लगाने का काम जारी, अब तक 227 केस

    सुशील पांडे,नवांशहर: जिले में पराली को आग लगाने की घटनाएं लगातार जारी है। कई लोगों ने फसल को तो पहले ही काट लिया था, पर पराली को खेतों से नही उठाया था। अब उस पराली को जलाने का काम चल रहा है। जहां पहले दूर गांवों में ही किसान पराली को आग लगा रहे थे, वहीं अब हाईवे के किनारे स्थित खेतों में भी पराली को आग लगाने का काम शुरू हो गया है। हाईवे के बिलकुल किनारे स्थित खेतों में पराली में आग लगाने से पराली का धुआं सड़क पर आ जाता है, जिससे दुर्घटनाएं होने भी का खतरा बढ़ गया है। इस बार के आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में अब तक पराली को आग लगाने के 227 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 70 फीसद मामले नवांशहर में ही आग लगने के हैं। जिले के अन्य हिस्सों में बेहद कम लोगों ने पराली को आग लगाई है। पुलिस अभी तक एक भी केस आग लगाने वालों के खिलाफ दर्ज नही कर पाई है। 227 केस में कृषि विभाग ने 42 लोगों के चालान किए हैं व 16 लोगों के चालान करने के बाद पटवारियों से रिपोर्ट मांगी है। गौर हो कि आम दिनों में प्रदूषण का स्तर 70 एक्यूआइ रहता है, जो नवांशहर में अब 250 के पार पहुंच चुका है। पुलिस प्रशासन किसानों को पराली को आग लगाने से रोकने के लिए असफल साबित हो रहा है। पिछले साल जिले में पराली जलाने की 340 घटनाएं सामने आई थी। इस बार आंकड़ा अभी तक बेशक कम है, पर कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के कारण यह कम आंकड़ा भी बेहद खतरनाक है। इसके अलावा सांस की तकलीफ वाले मरीजों को कोरोना के टेस्ट करना भी लाजिमी हो गया है।उल्लेखनीय है कि एक टन पराली पराली जलाने से 1513 किलोग्राम कार्बन डाइआक्साइड, 92 किलो कार्बन मोनोआक्साइड, 3.83 किलो नाइट्रस आक्साइड, 0.4 किलो सल्फर डाइआक्साइड और 2.7 किलोग्राम मीथेन हवा में घुलती है। इस कारण सांस लेने में तकलीफ शुरू हो जाती है। रेड एंट्री करने की तैयारी: डा.राजकुमार कृषि विभाग ने अभी तक कई लोगों के 2500 रुपये तो, कुछ के 15 हजार रुपये तक के चालान भी किए हैं। जीरो से लेकर दो एकड़ तक की जमीन वाले को 2500 रुपये जुर्माना, दो एकड़ से लेकर पांच एकड़ तक की जमीन वाले को पांच हजार व पांच एकड़ से लेकर ज्यादा के जमीन मालिक को 15 हजार रूपये जुर्माना किया जाता है। वहीं जिन लोगों ने पराली को आग लगाई है, उनकी जमीन की फर्द पर रेड एंट्री करने की भी कृषि विभाग ने तैयारी की है। इस बारे में मुख्य कृषि अधिकारी डा. राजकुमार का कहना है कि कृषि विभाग किसानों को पराली न जलाने के लिए जागरूक कर रहा है। विभाग ने कई टीमों का गठन किया है ,जोकि किसानों को गांव गांव जाकर जागरूक कर रही हैं। यही कारण है कि पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष पराली को आग लगाने की घटनाएं काफी कम हुई है। पराली को आग लगाने वाले किसानों पर मौके पर कारवाई की जाती है।

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