Punjab News: कैदियों के दो गुटों में खूनी झड़प, हवलदार को लोहे की रॉड से पीटा; दो पुलिसकर्मी सहित 8 घायल
श्री मुक्तसर साहिब जिला जेल में कैदियों के दो गुटों में खूनी झड़प हो गई जो तीन दिनों से चल रही थी। बचाव करने आए सहायक अधीक्षक सुखमंदर सिंह और हवलदार मंगल सिंह को कैदियों ने लोहे की राड से पीटा जिससे मंगल सिंह की टांगें टूट गईं और सिर फट गया। झड़प में आठ कैदी भी घायल हुए। पुलिस ने 23 कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

जागरण संवदादता, श्री मुक्तसर साहिब। जिला जेल में कैदियों के दो गुटों में खूनी झड़प हो गई। यह झड़प पिछले तीन दिन से चल रही है। झड़प के दौरान बचाव में आए सहायक अधीक्षक सुखमंदर सिंह और हवलदार मंगल सिंह को कैदियों ने बेहरमी से लोहे की राड से पीटा है। हवलदार मंगल सिंह की दोनों टांगें तोड़ दी गई और सिर फाड़ दिया है। इसी बीच दोनों गुटों के लगभग आठ कैदी भी घायल हुए हैं।
जेल प्रशासन की ओर से घायल दो कर्मचारियों और तीन कैदियों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया है। हवलदार मंगल सिंह के सिर पर 18 टांके लगे हैं। वहीं कुछ कैदियों को मामूली चोटें आई हैं। कैदियों के दोनों गुटों के लोगों ने जेल में पूरी तरह उत्पात मचाया। अस्पताल में भर्ती हवलदार मंगल सिंह ने बताया कि झगड़ा करने वाले कैदी हत्या सहित अन्य मामलों में सजा काट रहे हैं।
उधर, जिला जेल प्रशासन के बयान पर थाना सदर पुलिस ने दोनों गुटों के 23 कैदियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। झगड़े को रोकते समय कैदियों ने कर्मचारी राजवीर सिंह पर भी हमला किया और उसकी वर्दी भी फाड़ दी।
नछत्तर सिंह सहायक अधीक्षक जिला जेल मुक्तसर ने बताया कि 18.09.2025 को शाम लगभग 6:30 बजे कैदी गुरमीत सिंह उर्फ मीता पुत्र धनवंत सिंह, बलजिंदर सिंह उर्फ गांधी पुत्र गुरदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी शूटर पुत्र दविंदर सिंह, सुरिंदर सिंह उर्फ गांधी पुत्र मेजर सिंह, रोहित उर्फ सुमी पुत्र सतिंदर कुमार, गौरव उर्फ गोरा पुत्र चन्ना, अमरिंदर सिंह उर्फ जिम्मी पुत्र बाबूलाल, गुरप्रीत सिंह पुत्र सेवा सिंह, नेल्सन मसीह पुत्र लाजवंत मसीह, मनजीत सिंह उर्फ मनी पुत्र बलवंत सिंह, समेल शेर पुत्र मंगत राम ने ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी राणा सिंह (पेस्को) के साथ धक्का-मुक्की की और ब्लाक छह बैरक चार (बंद बैरक) की चाबियां जबरन छीन लीं और पेस्को कर्मचारी राणा सिंह को ब्लाक के अंदर बंद कर दिया।
कर्मचारी राणा सिंह ने ब्लाक छह से सीटी बजाकर गार्डों को सतर्क किया और मौके पर मौजूद सहायक अधीक्षक सुखमंदर सिंह ने उन्हें रोकने के इरादे से सभी कैदियों का पीछा किया।
हालांकि, हमलावर कैदियों ने बाड़ से बंधी लोहे की राड़ से ब्लॉक डी-एडिक्शन का ताला तोड़ दिया और ब्लॉक डी-एडिक्शन के अंदर चले गए। जब ब्लॉक डी-एडिक्शन में तैनात कर्मचारी राजवीर सिंह (पेस्को) ने हमलावर कैदियों को रोकने की कोशिश की तो कैदियों ने कर्मचारी राजवीर सिंह पर भी हमला किया और उसकी वर्दी फाड़ दी।
उपरोक्त हमलावरों ने दो राडा और एक तेजधार हथियार के साथ कैदियों पर हमला किया और कुछ कैदी मौके पर घायल हो गए लेकिन सहायक अधीक्षक वरिंदर कुमार, सुखमंदर सिंह और नछत्तर सिंह द्वारा स्थिति को नियंत्रित किया गया और हमला करने गए कैदियों को वापस ब्लॉक छह में लाया गया और बंद कर दिया गया।
इस लड़ाई में कई कैदी घायल हो गए और जेल कर्मचारी सहायक अधीक्षक सुखमंदर सिंह को भी चोटें आईं। इसी बीच शनिवार को फिर से कैदियों में विवाद हो गया और हवलदार मंगल सिंह बचाव में आए तो कैदियों ने उसे बेरहमी से पीटा और गंभीर रूप से घायल कर दिया।
इस विवाद के दौरान जिस पक्ष पर हमला किया जा रहा था, उनके साथी मनदीप सिंह पुत्र रेशम सिंह, परमिंदर सिंह उर्फ लालू पुत्र चमकौर सिंह, सूरज सिंह उर्फ मौआ पुत्र रणजीत सिंह, जशनप्रीत सिंह पुत्र तरसेम सिंह, अमृतपाल सिंह पुत्र चमकौर सिंह, लवप्रीत सिंह उर्फ खाखरी पुत्र तारा सिंह, मनप्रीत सिंह उर्फ पीता पुत्र हरभजन सिंह, आकाशदीप सिंह पुत्र बलदेव सिंह, ताजवीर सिंह पुत्र अमृतपाल सिंह, दीपक पुत्र ललित कुमार, कुलविंदर सिंह पुत्र जगसीर सिंह, सतनाम सिंह पुत्र वकील सिंह ने भी जबरदस्ती अपने बैरकों से बाहर आकर लड़ाई के इरादे से हमलावर पक्ष की ओर बढ़ने की कोशिश की और जेल के अंदर उत्पात मचाया।
थाना सदर में पुलिस ने गुरमीत सिंह उर्फ मीता पुत्र धनवंत सिंह, बलजिंदर सिंह उर्फ गांधी पुत्र गुरदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी दविंदर सिंह, सुरिंदर सिंह उर्फ गांधी पुत्र मेजर सिंह को गिरफ्तार कर लिया। रोहित उर्फ सूमो गौरव उर्फ गोरा पुत्र चन्ना, अमरिंदर सिंह उर्फ जिम्मी पुत्र बाबूलाल, गुरप्रीत सिंह पुत्र सेवा सिंह, नेल्सन मसीह पुत्र लाजवंत मसीह, मनजीत सिंह उर्फ माली पुत्र बलवंत सिंह, समैल शेरू पुत्र मंगत राम, मनदीप सिंह पुत्र रोशम सिंह, परमिंदर सिंह उर्फ लालू पुत्र चमकौर सिंह, सूरज सिंह उर्फ मौआ पुत्र रणजीत सिंह, जशनप्रीत सिंह पुत्र तरसेम सिंह, अमृतपाल सिंह पुत्र चमकौर सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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