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    Stubble Burning Effects: समस्या! पराली का धुआं घोंट रहा दम, सांस व आंखों में जलन के इतने मामले आए सामने

    By Rajinder KumarEdited By: Shoyeb Ahmed
    Updated: Sat, 25 Nov 2023 06:03 PM (IST)

    पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले में पराली की आग से उठने वाले धुएं के कारण लोगों को आंखों में जलन व सांस की तकलीफ जैसी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। सिविल अस्पताल में ऐसे मरीजों की संख्या में ढाई गुना इजाफा हुआ है। बता दें काफी दिनों तक जिले का एक्यूआइ बहुत खराब स्थिति में रहा है। इस कारण लोगों में ये समस्याएं आ रही हैं।

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    पराली जलने से धुएं के कारण लोगों में बढ़ रहीं सांस व आंखों में जलन की समस्या (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब। Stubble Burning Effects In Muktsar Sahib: श्री मुक्तसर साहिब में पराली (Stubble Burning) की आग से उठने वाले धुएं के कारण लोगों को आंखों में जलन व सांस की तकलीफ से जूझना पड़ रहा है। सिविल अस्पताल में ऐसे मरीजों की ओपीडी में ढाई गुना बढ़ गई है।

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    वहीं, लगातार पराली जलाए जाने से वायु प्रदूषण भी बढ़ रहा है और लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। काफी दिन तक एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) भी खराब बहुत खराब स्थिति में रहा।

    सिविल अस्पताल के एसएमओ ने दिए ये आदेश

    सिविल अस्पताल के एसएमओ डॉ.राहुल जिंदल ने विशेषज्ञ डाक्टरों को ऐसे मरीजों का अच्छे ढंग से चेकअप कर उन्हें दवाएं मुहैया करवाने के लिए विशेष निर्देश दिए हैं। सिविल अस्पताल में अब तक नवंबर माह में आंखों में जलन और सांस की तकलीफ के कितने मरीज उपचार के लिए पहुंचे, आइए इस पर डालते हैं एक नजर।

    इन बीमारियों के इतने मरीज आए सामने

    पराली जलाने के कारण लोगों के स्वास्थ्य में काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है, लोगों को सांस संबंधी बीमारियों के साथ ही आंखों में जलन जैसी समस्याएं भी हो रही हैं। इसके चलते प्रदेश में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। आंकड़ों के हिसाब से जानते हैं कि कितने मरीज किस बीमारी से पीड़ित हैं।

    23 नवंबर में अब तक उपचार करवाने आए मरीजों का आंकड़ों

    पराली का धुआं फेफड़ों व दिल के लिए खतरनाक

    सिविल अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक पराली का धुआं फेफड़ों और दिल के लिए खतरनाक है। एक सप्ताह तक यदि कोई स्वस्थ व्यक्ति पराली के धुएं को जाने-अनजाने में श्वास के जरिए अपने शरीर में ले जाता है तो उसे फेफड़ों में इन्फेक्शन और दमा हो सकता है। इसी तरह ये धुआं आंखों को भी नुकसान पहुंचाता है। आंखों से पानी निकलना, धुंधला दिखना आदि शिकायत हो सकती है।

    घर से निकलते चश्मा जरूर पहनें : सिविल सर्जन

    सिविल सर्जन डॉ. रीटा बाला ने बताया कि पराली की आग से उठने वाले धुएं से आंखों में जलन व सांस लेने में तकलीफ होती है। इससे बचाव के लिए आंखों को बीच-बीच में ठंडे पानी से धोएं। घर से बाहर जरूरी काम हो तो ही निकलें। घर से निकलते समय चश्मे का प्रयोग करें।

    वहीं बुजुर्ग घर पर ही रहें। रात्रि के समय कमरे के अंदर ही सोएं। सांस व आंखों में अधिक जलन होने पर चिकित्सक को दिखाकर परामर्श जरूर लें।

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