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SYL पर इस्तीफे अंगुली पर चीरा लगाकर शहीद बनने की कोशिश : बादल

एसवाइएल का मुद्दा पंजाब में गरमाने लगा है। शिअद, आप व कांग्रेस अपने-अपने स्तर पर एसवाइएल का विरोध कर रहे हैं। बादल ने कहा कि पंजाब से एक बूंद पानी नहीं जाने देंगे।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sat, 12 Nov 2016 12:40 PM (IST)Updated: Sat, 12 Nov 2016 08:52 PM (IST)
SYL पर इस्तीफे अंगुली पर चीरा लगाकर शहीद बनने की कोशिश : बादल

जेएनएन, लंबी (श्री मुक्तसर साहिब)। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने एसवाइएल नहर के मुद्दे पर कांग्रेस विधायकों के इस्तीफों को अंगुली पर चीरा लगाकर शहीद बनने की कोशिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत 42 विधायकों के इस्तीफे महज ड्रामेबाजी है। मुख्यमंत्री ने यह बात गांव कोलियांवाली में संगत दर्शन कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कही।

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उन्होंने कहा कि कैप्टन पंजाब के सांसदों के भी इस्तीफे लेकर दिखाएं। कांग्रेसियों ने यह इस्तीफे लोगों के लिए नहीं, बल्कि चुनाव निकट होने के चलते दिए हैं। पंजाबियों को गुमराह किया जा रहा है। शिअद के प्रतिनिधि इस्तीफे नहीं देंगे। जनता ने उन्हें सरकार में रहकर उनकी आवाज उठाने के लिए चुना है। अकाली दल भागने की बजाए डटकर लड़ाई लड़ेगा। जहां 16 नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति से भी मिलने के लिए समय मांगा है। कैबिनेट राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें सुप्रीम कोर्ट के फैसले को न मानने की अपील करेगी।

एसवाइएल पर हुए ताजा घटनाक्रम को हरियाणा द्वारा अपनी 'जीत' करार देने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने टूक कहा कि सिकंदर को पूरी दुनिया जानती है, लेकिन पंजाब के लोगों ने ही उसकी जीत पर अंकुश लगाया था। तब सिकंदर ने अपनी मां को चिट्ठी लिखी थी कि पंजाब में हर मां ने सिकंदर पैदा कर रखा है।

गत दिवस बादल ने चंडीगढ़ में कहा कि 'पंजाब का बच्चा-बच्चा पानी के लिए लड़ने को तैयार है। पानी पंजाब की जिंद जान है। पानी की एक भी बूंद बाहर नहीं जाने दी जाएगी। किसी राज्य को प्रकृति ने पत्थर दिया तो किसी को समुद्र, लेकिन पंजाब को दारिया दिए हैं।'

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उधर, पंजाब कांग्रेस ने 2004 में पानी बंटवारा कानून रद होने के विरोध में पार्टी के सभी 42 विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। वहीं, आजाद विधायक रजनीश कुमार ने भी कांग्रेस का साथ दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक दल के नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने विधानसभा की सचिव शशि लखनपाल मिश्र को इस्तीफे सौंप दिए।

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विधायकों के इस्तीफा देने के बाद विधासभा में विधायकों की संख्या 72 रह गई है। चन्नी ने कहा कि अब 16 नवंबर को बुलाए गए विशेष सत्र में कांग्रेस हिस्सा नहीं लेगी। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता व पूर्व सीएलपी नेता सुनील जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस रविवार को अबोहर से मोर्चा शुरू करेगी। इसी मुद्दे पर बादल व मोदी को कोसते हुए आम आदमी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने पटियाला के कपूरी से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।

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