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    मुक्तसर में 2 साल में 10 लोगों की मौत, रोड किनारे खड़े ट्रक हर साल लील रहे जिंदगियां

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 01:01 PM (IST)

    मुक्तसर में सड़क किनारे खड़े ट्रक जानलेवा साबित हो रहे हैं। पिछले दो सालों में 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें विधायक की बहन और एक पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। पुलिस की कार्रवाई सुस्त होने के कारण हादसे बढ़ रहे हैं। जलालाबाद रोड पर ट्रकों के खड़े रहने से यातायात बाधित होता है। एसएसपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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    दो साल में विधायक की बहन, एक पुलिस कर्मचारी सहित 10 लोग जान गंवा चुके (फोटो: जागरण)

    राजिंदर पाहड़ा, श्री मुक्तसर साहिब। सर्दी का मौसम शुरू होते ही सुबह-शाम हल्की धुंध छाने लगी है। जल्द ही रात में पड़ने वाले कोहरे की वजह से दृश्यता कम हो जाएगी।

    लेकिन हर साल की तरह इस साल भी रोड किनारे खड़े ट्रकों को लेकर जिला पुलिस की कार्रवाई उदासीनता वाली ही दिख रही है। यह बिना रिफ्लेक्टर, रेड लाइट के खड़े ट्रक व अन्य वाहन हर साल दर्जनों जानें लेते हैं।

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    बावजूद पुलिस केवल कागज काले करने के अलावा ग्राउंड पर रोड किनारे खड़े वाहनों को सख्ती से हटाने का कार्य नहीं करती। अभी भी इसमें कोई सुधार देखने को नहीं मिल रहा है।

    जिला मुक्तसर के जलालाबाद रोड, मलोट रोड, गिद्दड़बाहा में दोदा के पास और मलोट में दिल्ली- फाजिल्का हाईवे सहित अन्य ढाबों के बाहर सड़क किनारे खास कर ट्रक पार्क किए आम दिखे जाते हैं।

    यह ट्रक हर साल लोगों की जिंदगी लील लेते हैं। बावजूद सिस्टम शांत बैठा है। कार्रवाई के नाम पर भरोसा दिया जा रहा है। बुधवार को गांव लुंडेवाला में धुंध के कारण निजी कंपनी की बस और तूड़ी से भरे ट्राले के बीच टक्कर हो गई थी। हालांकि कोई जानी नुकसान से बचाव रहा।

    पिछले दो साल में जिला मुक्तसर में 15 से ज्यादा सड़क हादसे सड़क किनारे खड़े ट्रकों व अन्य वाहनों के कारण हुए हैं जिनमें 10 के करीब लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। मरने वालों में जलालाबाद से आप पार्टी के वर्तमान विधायक जगदीप कंबोज गोल्डी की बहन और पुलिस के एएसआई जालंधर सिंह का नाम भी शामिल है।

    वहीं 15 पुलिस कर्मियों सहित 30 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। हर साल सड़क के किनारे खड़े ट्रक हादसे का कारण बनते हैं और इनकी वजह से सड़कें खून से लाल हो रही हैं। खुद पुलिस कर्मचारियों के इन खड़े ट्रकों के कारण हादसे का शिकार होने के बाद भी कड़ी कार्रवाई के नाम पर ढीली व्यवस्था देखने को मिली है।

    यही कारण है कि जिला मुक्तसर में विभिन्न स्थानों पर सड़क किनारे खड़े होने वाले ट्रकों के मामले में कार्रवाई ढीली रही है और नतीजा हर साल राहगीरों को अपनी जान गंवा कर या गंभीर चोटें खाकर भुगतना पड़ा है।

    मुक्तसर के जलालाबाद रोड पर ट्रक यूनियन है। यहां रोड की खस्ता हालत है। बड़े बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं। वैसे ही इस रोड से गुजरना वाहन चालकों के लिए मुश्किल बना रहता है। ऊपर से यहां दिन रात रोड किनारे ट्रक खड़े रहते हैं। कई बार खड़े ट्रकों के कारण हादसे का शिकार हुए हैं।

    यही नहीं यह खड़े ट्रक यातायात में भी बाधा बनते हैं परंतु ट्रैफिक पुलिस भी इस ओर ध्यान नहीं दे रही। ट्रैफिक पुलिस आज कल वैसे भी केवल ई रिक्शों के ही चालान काटने में मशरुफ है। जबकि सड़क के किनारे खड़े ट्रकों का अवैध या गैर-जिम्मेदाराना पार्किंग कितना खतरनाक है,इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है।

    जिला पुलिस की ओर से पिछले लंबे समय से ऐसे कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिली जिसमें रोड किनारे खड़े ट्रकों या अन्य वाहनों पर कार्रवाई की गई हो। हां अगर कोई एक्सीडेंट हो जाए तो फिर एफआईआर काट दी जाती है।

    यह काम ट्रक के साथ पिछले साल या इस साल धुंध के दिनों में हुए हादसों में किया गया है। पर सड़क किनारे खड़े ट्रकों को हादसा होने से पहले हटाने की जहमत पुलिस नहीं उठा रही। जिसके चलतै हादसे रुक नहीं रहे हैं।

    25-1-2025 को दोदा के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक से कार टकरा गई थी, जिसमें जलालाबाद से आप विधायक जगदीप कंबोज गोल्डी की बहन ममता रानी की मौत हो गई थी। जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

    हादसा उस समय हुआ जब ममता रानी और अन्य लोग जलालाबाद के गांव मोहलवी वाला से बठिंडा जा रहे थे। दोदा गांव के पास उनकी कार सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए थे।

    26 जनवरी 2024 को मुक्तसर के कोटकपूरा रोड गांव चढ़े़वान में घनी धुंध में पुलिस कर्मचारियों की बस सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई थी। इस भीषण हादसे में 11 पुलिस कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जबकि कइयों को मामूली चोटें आई थीं। हादसे के समय 21 पुलिस कर्मचारी बस में सवार थे।

    पटियाला के राजपुरा से रेड कर वापस मुक्तसर लौट रहे सीआईए स्टाफ टीम की स्कार्पियो गाड़ी 16 जनवरी 2025 को रामपुरा बठिंडा के पास सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई थी। इस भयानक सड़क हादसे में एएसआई जालंधर सिंह की दर्दनाक मौत हो गई थी जबकि इंस्पेक्टर राजवीर सिंह सहित चार पुलिस कर्मियों को गंभीर चोटें आई थी।

    14-11-2024 को मुक्तसर जिले के हलका लंबी में घनी धुंध में गांव माहूआना के नजदीक एक ढाबे से निकल रहे ट्राले से कार की टक्कर हो गई। हादसे में एक व्यक्ति गंभीर रूप में घायल हो गया। वहीं कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। ग़नीमत यह रही कि जिस समय हादसा हुआ उस समय अचानक कार के ईयर बैग खुल गए और कार में सवार दो लोगों का बचाव हो गया।

    15/08/22 की सुबह जलालाबाद रोड पर स्थित रजबाहे के नजदीक ट्रक के नीचे आने से एक लड़की की मौत हो गई थी। जलालाबाद रोड स्थित गुरुनानक कालोनी गली नं. 2 की रहने वाली करीब 19 वर्षीय लड़की मनप्रीत कौर साइकिल पर किसी कार्य के लिए जा रही थी कि रजबाहे के पास ट्रक के नीचे आ गई, जिसके चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। जहां हर समय ट्रक खड़े रहते हैं और उनका जमावड़ा रहने से अकसर हादसे होते रहते हैं।

    एसएसपी अभिमन्यु राणा ने कहा कि जो रोड किनारे ट्रक खड़े कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। धुंध के दिनों में सड़क हादसों को रोकने के लिए रोड किनारे खड़े ट्रकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।