मुक्तसर: हत्या का केस दर्ज करने के विरोध में BKU ने SSP कार्यालय को घेरा, पुलिस ने बल पूर्वक खदेड़ा
श्री मुक्तसर साहिब में स्वतंत्रता सेनानी के पोते की मौत के मामले में किसान यूनियन ने प्रदर्शन किया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया, जिसके विरोध में यूनियन ने एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना दिया। किसानों ने झूठा मामला दर्ज करने का आरोप लगाया। पुलिस ने बलपूर्वक धरना समाप्त करवा दिया और जांच का आश्वासन दिया।
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मुक्तसर: हत्या का केस दर्ज करने के विरोध में BKU ने SSP कार्यालय को घेरा। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, श्री मुक्तसर साहिब। गांव वंगल निवासी स्वतंत्रता सेनानी सुच्चा सिंह के पोते सुखदेव सिंह की मौत के मामले में थाना बरीवाला पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर से जुड़े कुछ आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। इस मामले के विरोध में रविवार को यूनियन ने एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना लगा रोड जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस अधिकारियों के बार-बार आश्वासन देने के बाद भी जब यूनियन के सदस्य धरना स्थल से नहीं हटे तो पुलिस ने बलपूर्वक धरना खत्म करवा किसानों को खदेड़ दिया। कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में भी लिया गया है।
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह से ही आरोपित पक्ष और भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर एसएसपी दफ्तर के बाहर टेंट लगाकर धरना देने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने टेंट नहीं लगाने दिया। इसके बाद किसानों ने धरना लगा दिया। प्रदर्शनकारियों ने लगातार पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि उनके साथियों पर झूठा मामला दर्ज किया गया है। जिस व्यक्ति की मौत हुई है, वह विवाद के दौरान नहीं बल्कि शुगर की बीमारी से मरा था। लेकिन पुलिस ने दूसरे पक्ष के दबाव में आकर उनके साथियों पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। जो सरासर गलत है। वे केस रद्द करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि शमिंदर सिंह पुत्र सुखदेव सिंह निवासी वंगल ने 20-10-2025 को बरीवाला थाने में सुखजिंदर सिंह, प्रिथी सिंह, गुरमीत सिंह पुत्र मक्खन सिंह, जोगिंदर सिंह पुत्र गुरदित सिंह निवासी लुबानियांवाली के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
समिंदर सिंह सुखजिंदर सिंह पर झूठा आरोप लगा रहा है कि सुखदेव सिंह की मौत सुखजिंदर सिंह द्वारा की गई मारपीट के कारण हुई है। सुखदेव सिंह की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। सुखदेव सिंह शुगर और गुर्दे की बीमारियों से पीड़ित था। सुखदेव सिंह की किसी भी तरह की पिटाई से मौत नहीं हुई है। झूठा मामला दर्ज किया गया है। इस मामले के दौरान सुखजिंदर सिंह के अवैध उत्पीड़न के कारण, वह कई दिनों से घर के बाहर मजबूरन रह रहा है।
सुखजिंदर सिंह की दादी जगीर कौर, जो दिल की बीमारी से पीड़ित थीं, का उचित इलाज न मिलने के कारण 10-11-2025 को लगभग तीन बजे निधन हो गया। जगीर कौर को इस घटना का सदमा लगा। जिस कारण उनकी मृत्यु हो गई। इस बीच, जब पुलिस द्वारा आश्वासन देने के बाद भी प्रदर्शनकारियों ने धरना नहीं उठाया, तो पुलिस ने शाम लगभग पांच बजे जबरन धरना उठा दिया और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि पिछले कुछ दिनों में दूसरे पक्ष द्वारा भी लगातार डीसी कार्यालय के बाहर धरना देने के बाद ही आरोपित पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
यह मामला है
बीकेयू कादियां जिला प्रेस सचिव निर्मल सिंह संगूधौन, बीकेयू राजेवाल जिला अध्यक्ष गोबिंद सिंह कोटली दियोण ने पिछले दिनों विरोध प्रदर्शन के दौरान बताया था कि स्वतंत्रता सेनानी सुच्चा सिंह के पोते सुखदेव सिंह वंगल ने 14 अक्तूबर को अपनी जमीन में लगी धान की फसल काटनी थी। जिसके मालिक सुखदेव सिंह वंगल थे। लेकिन कथित तौर पर जमीन पर कब्जा करने की नीयत से बीकेयू सिद्धूपुर जिला उपाध्यक्ष ने अपने साथ अज्ञात गुंडों को लाकर धान काटने की कोशिश की।
बीकेयू सिद्धूपुर लगातार पीड़ित परिवार पर दबाव बना रहा था और उन्हें धमकी दे रहा था कि वह सिद्धूपुर के लोगों को लाकर जमीन पर कब्जा कर लेगा। आरोपितों ने स्वतंत्रता सेनानी के परिवार पर हमला किया और परिवार को घायल कर दिया। इस विवाद के दौरान, पीड़ित सुखदेव सिंह, बेटे शमिंदर सिंह और उनकी पत्नी को गंभीर चोटें आईं। इस बीच, बुजुर्ग सुखदेव सिंह वंगल की इलाज के दौरान मौत हो गई।
इस मामले में, सुखदेव सिंह का परिवार और अन्य लोग कई दिनों तक डीसी कार्यालय के बाहर धरना देते रहे, जिसके बाद बरीवाला पुलिस स्टेशन में आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। अब आरोपित पक्ष ने मामले को झूठा बताते हुए रविवार को एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना दिया था, जिसे पुलिस ने जबरन उठा दिया और आश्वासन दिया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।

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