Farmers Protest 2024: आंदोलन बना यात्रियों के लिए मुसीबत, रेलवे ट्रैक पर पंजाब के किसान; चार ट्रेनें हुई रद
Farmers Protest 2024 किसान आंदोलन अब यात्रियों के लिए मुसीबत बन गया है। पंजाब के किसानों ने आज रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। इसकी वजह से चार ट्रेनें रद हो गई। इस कारण रेलवे को करीबन 20 हजार का नुकसान हुआ है। वहीं यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है। किसानों ने मलोट-डबवाली मार्ग टोल प्लाज पर भी धरना दिया गया।

जागरण संवाददाता, मलोट/बरीवाला (श्री मुक्तसर साहिब)। पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर हरियाणा सरकार की ओर से किसानों पर आंसू गैस छोड़ने व उन्हें दिल्ली जाने से रोकने के विरोध में वीरवार को भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां की ओर से मलोट में रेलवे ट्रैक जाम कर धरना दिया गया। वहीं किसानों ने मलोट-डबवाली मार्ग पर गांव माहूआना व मुक्तसर-कोटकपूरा रोड गांव वड़िंग में स्थित टोल प्लाजों पर भी धरना दिया गया।
दोनों टोल फ्री कर दिए गए। हालांकि वड़िंग वाले टोल पहले ही बंद चल रहा है। धरना दोपहर 12 से शाम चार बजे तक चला। मलोट रेलवे ट्रैक पर धरने के कारण चार ट्रेनें रद करनी पड़ीं। इस कारण रेलवे को करीबन 20 हजार का नुकसान हुआ है। वहीं यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा है। हालांकि किसानों के धरने की लोगों को एक दिन पहले ही सूचना मिलने से अधिकांश लोग रेलवे स्टेशन पर नहीं पहुंचे।
ये ट्रेनें हुई रद
रेलवे अधिकारी राज कुमार ने बताया कि सुबह 11.40 बजे मलोट पहुंचने वाली अंबाला से श्रीगंगानगर जाने वाली 11736 नंबर ट्रेन, एक बजे श्री गंगानगर से अंबाला जाने वाली 11735 नंबर ट्रेन, बठिंडा से श्रीगंगानगर जाने वाली 04753 नंबर व श्रीगंगानगर से बठिंडा आने वाली 04356 नंबर ट्रेनें रद करनी पड़ी हैं। इस कारण रेलवे स्टेशन मलोट का करीब 20 हजार रुपये का नुकसान हुआ है।
केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों का रोष
भाकियू के जिला नेता गुरपास सिंह सिंघेवाला ने बताया कि मलोट रेलवे ट्रैक पर धरने में फाजिल्का के किसानों का भी साथ मिला है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार केंद्र सरकार की शह पर किसानों के साथ आमानवीय व्यवहार कर रही है। सभी को अपो अधिकारों की लड़ाई लड़ने का अधिकार है। लेकिन हरियाणा सरकार किसानों पर आंसू गैस छोड़ रही है। किसानों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है, जोकि निंदनीय है।
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