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    महाठग की गिरफ्तारी के बाद साइबर ठगी मामले में सोनू सूद का नाम आया, फैंस निराश

    Updated: Wed, 17 Dec 2025 02:50 PM (IST)

    पंजाब के मोगा में महाठग की गिरफ्तारी के बाद साइबर ठगी के एक मामले में अभिनेता सोनू सूद का नाम सामने आया है, जिससे उनके प्रशंसकों में निराशा है। सोनू स ...और पढ़ें

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    अभिनेता सोनू सूद।

    प्रेम शर्मा, मोगा । करोड़ों रुपये की कथित साइबर और निवेश ठगी के मामले में महाठग रवींद्र नाथ सोनी की गिरफ्तारी के बाद जांच में पंजाब के मोगा के रहने वाले फिल्म एक्टर निवासी सोनू सूद का नाम सामने आया है। इन आरोपों के बाद उनके प्रशंसकों में निराशा छा गई है।

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    महाठग रवींद्र की गिरफ्तारी हाल ही में कानपुर पुलिस द्वारा की गई थी, जिसके बाद मामले की परतें लगातार खुलती जा रही हैं। पुलिस जांच में यह सामने आया है कि रवींद्र नाथ सोनी कथित ब्लू चिप निवेश नेटवर्क का अकेला खिलाड़ी नहीं था।

    कानपुर पुलिस का दावा है कि अभिनेता सोनू सूद, सूरज जुमानी और विभाष त्रिवेदी भी इस नेटवर्क में बराबर के हिस्सेदार थे। आरोप है कि इन लोगों ने ब्लू चिप से जुड़ी विभिन्न कंपनियों के जरिए हवाला माध्यम से करोड़ों रुपये का लेनदेन किया।

    निवेश के नाम पर हुई ठगी

    शुरुआत में मामला केवल निवेश के नाम पर ठगी तक सीमित माना जा रहा था, लेकिन अब पुलिस को आशंका है कि यह गिरोह साइबर ठगी के अपराधों से भी जुड़ा हुआ है। जांच में यूएमपीपी और बाइनेक्स जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए संदिग्ध लेनदेन के साक्ष्य मिलने की बात कही जा रही है।

    इसके अलावा एक नई कंपनी ‘ब्लू चिप म्यूजिक’ का नाम भी जांच के दौरान सामने आया है। इस मामले में कानपुर के पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने कहा है कि अब तक मिले साक्ष्यों से स्पष्ट है कि सोनी अकेला नहीं था।

    कंपनियों के बीच मिले डेल्टा ट्रांजेक्शन

    पुलिस के मुताबिक संबंधित कंपनियों के बीच डेल्टा ट्रांजेक्शन मिले हैं, जो हवाला के जरिए धन के इधर-उधर किए जाने की ओर इशारा करते हैं। पुलिस ने सोनू सूद समेत तीनों लोगों को पहले नोटिस भेजा था और अब दूसरा नोटिस भेजने की तैयारी है।

    यदि इसके बाद भी बयान दर्ज नहीं कराए गए तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं अभिनेता सोनू सूद ने दैनिक जागरण से बातचीत में स्पष्ट किया है कि वे केवल एक इवेंट में शामिल हुए थे और ठगी से उनका कोई लेना-देना नहीं है।

    देश के बाहर भी खोले गए कॉल सेंटर

    जांच में यह भी सामने आया है कि विभाष त्रिवेदी के कॉल सेंटर दुबई, पाकिस्तान, नोएडा और विशाखापत्तनम में संचालित हो रहे थे। पुलिस ने हाल ही में विशाखापत्तनम स्थित कॉल सेंटर पर छापा मारा था।

    इसके अलावा दुबई के मीना बाजार और दिल्ली से हवाला के जरिए पैसा भेजे जाने की पुष्टि भी पुलिस कर चुकी है। फिलहाल मामले की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।