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    पुलिस ने श्रुति अपहरण कांड में चर्चाओं में आए धल्ला को किया गिरफ्तार

    By JagranEdited By:
    Updated: Fri, 03 Dec 2021 10:33 PM (IST)

    अपराध की दुनिया से बाहर निकलकर परिवार के साथ शांतमयी जीवन जीने का प्रयास कर रहे फरीदकोट के बहुचर्चित श्रुति अपहरण कांड में भगोड़ा घोषित वरिदर कुमार धल् ...और पढ़ें

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    पुलिस ने श्रुति अपहरण कांड में चर्चाओं में आए धल्ला को किया गिरफ्तार

    संवाद सहयोगी, मोगा : अपराध की दुनिया से बाहर निकलकर परिवार के साथ शांतमयी जीवन जीने का प्रयास कर रहे फरीदकोट के बहुचर्चित श्रुति अपहरण कांड में भगोड़ा घोषित वरिदर कुमार धल्ला को अपने रिश्तेदार का हाल जानने मोगा आना महंगा पड़ा। सीआइए स्टाफ पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर थाना मैहना में केस दर्ज करवा दिया। वरिदर धल्ला की एनडीपीएस के एक मामले में जमानत की अवधि खत्म हो चुकी थी। सीआइए स्टाफ पुलिस ने वरिदर धल्ला से 32 बोर की पिस्टल व दो कारतूस बरामद करने का दावा किया है। इस संबंध में थाना मैहना में केस दर्ज किया गया है।

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    थाना मैहना में शिकायत दर्ज करवाते हुए सीआइए स्टाफ मोगा सहायक थानेदार वरिदर कुमार ने बताया कि वे दो दिसंबर की शाम साढ़े पांच बजे बुगीपुरा चौक के पास गश्त पर थे। इसी दौरान सूचना के आधार पर एक युवक को हिरासत में लेकर चेकिग की तो उसके कब्जे से 32 बोर देसी पिस्टल व दो कारतूस बरामद हुए। आरोपित का नाम पुलिस ने वरिदर कुमार उर्फ धल्ला निवासी बंद फाटक वार्ड नंबर 14 बेदी नगर मोगा बताया है। वरिदर के खिलाफ असलाह एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि वरिदर के खिलाफ पहले भी विभिन्न धाराओं के तहत कई मामले दर्ज हैं।

    शहर में दो दिन पहले डिप्टी मेयर अशोक धमीजा के भाई सुनील कुमार व भतीजे प्रथम पर हुए जानलेवा हमले की सूचना पाकर वरिदर कुमार उनका हालचाल पता करने पहुंचा था। वरिदर कुमार घायल सुनील का रिश्तेदार है। इसी मौके का फायदा उठाकर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वरिदर श्रुति अपरण कांड में पैरोल पर आने के बाद दोबारा जेल नहीं गया था, तब अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। श्रुति अपहरण कांड में नामजद था आरोपित

    उसे फरीदकोट के साल 2012 के बहुचर्चित श्रुति अपहरण कांड में नामजद किया गया था। आरोप लगा था कि श्रुति के अपहरण में वरिदर ने साथ दिया था। बाद में मोगा पुलिस ने वरिदर कुमार को 30 नवंबर 2019 को तीन किलो अफीम व 8.80 लाख रुपये की नकदी के साथ गिरफ्तार करने का दावा किया था। इस मामले में वरिदर कुमार को जमानत मिल गई थी। इन दिनों वरिदर कुमार अपने परिवार के साथ समय बिता रहा था, दो दिन पहले ही हुए हमले के बाद जब वह अपने रिश्तेदार से मिलने पहुंचा तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।