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    मोगा में क्लोरीन गैस लीक होने से हड़कंप, हालात बिगड़ने पर बुलानी पड़ी फायर ब्रिगेड; एक कर्मचारी बेहोश

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 10:41 AM (IST)

    मोगा शहर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से क्लोरीन गैस के रिसाव के कारण राजिंदरा एस्टेट और आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। मेयर और फायर ब्रिगेड ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। गैस रिसाव को कम करने के प्रयास किए गए जिसमें एक कर्मचारी बेहोश भी हो गया। प्लांट के ठेकेदार पर गलत जानकारी देने का आरोप है जिसके खिलाफ निगम कार्रवाई कर सकता है।

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    एसटीपी से क्लोरीन गैस लीक, हालात बिगड़े तो बुलाई फायर ब्रिगेड।

    प्रेम शर्मा, मोगा। शहर के पॉश एरिया राजिंदरा एस्टेट, हाकम का अगवाड़ व बुक्कन वाला रोड क्षेत्र में सोमवार की रात को उस समय हड़कंप मच गया जब सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से क्लोरीन गैस लीक होने से लोगों को दुर्गंध से परेशानी होने लगी। मामला बिगड़ता देखकर मेयर बलजीत सिंह चानी और पार्षद हरी राम मौके पर पहुंचे।

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    स्थिति की गंभीरता को देखते हुए फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को बुलाकर राहत कार्य शुरू किया गया, जो देर रात दस बजे समाचार लिखने तक जारी था। गैस लीकेज का प्रभाव कम करने के दौरान एक फायर ब्रिगेड कर्मचारी बेहोश हो गया।

    उसे तुरंत अस्पताल में भेजा गया है। अधिकारी ने बताया कि प्लांट के ठेकेदार ने गलत जानकारी दी कि पुराने टैंक से गैस लीक हो रही है जबकि गैस मेन टैंक से लीक हुई।

    इस गैस लीकेज को लेकर मेयर बलजीत सिंह चानी जहां खुद राहत कार्य में जुटे, वहीं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के प्रबंधन से वह खफा दिखे। उनका कहना था कि उन्हें सुबह 11 बजे पता चल गया था, लेकिन उन्हें स्थिति नियंत्रण में बताई गई। जब रात आठ बजे उन्हें स्थिति काबू में न होने का पता चला तो वह तुरंत मौके पर पहुंचे।

    फायर ब्रिगेड की ओर से पानी की बौछारें क्लोरीन के टैंक पर करके उसकी लीकेज के प्रभाव को कम करने का प्रयास किया जा रहा था। इसके उपरांत इस टैंक को पानी में गिराकर स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गैस गेटवाल्व से लीक हो रही है।

    'पुराने टैंक से नहीं, मेन टैंक से लीक हुई गैस'

    मौके पर उपस्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से संबंधित जेई श्री गोयल ने बताया कि इस प्लांट का ठेका अमृतसर की सहकारी संस्था के पास है। उसके ठेकेदार की ओर से गुमराह किया गया।

    पहले उसने वहां पड़े पुराने टैंक से गैस लीक होने की बात कही थी जबकि गैस मेन टैंक से लीक हुई है। इससे कोई भी बेहोश हो सकता है। ऐसे में इस मामले में अब ठेकेदार के खिलाफ निगम कार्रवाई कर सकता है।