Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मोगा में मोबाइल नेटवर्किंग केबल डालने के लिए खोदी गई 6 महीने पहले बनी सड़क, कंपनी पर क्या आरोप लगा रहे लोग?

    Updated: Fri, 03 Oct 2025 03:26 PM (IST)

    मोगा में नई बनी सड़क को एक निजी कंपनी द्वारा केबल बिछाने के लिए खोदने पर लोगों ने रोष जताया। पहले भी सड़क को मैनहोल के लिए खोदा गया था। लोगों का आरोप है कि कंपनी नियमों का उल्लंघन कर रही है जिससे सीवरेज लाइन को भी नुकसान हो रहा है। निगम कमिश्नर ने कहा है कि कंपनी को सड़क की मरम्मत करनी होगी अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।

    Hero Image
    मोबाइल नेटवर्किंग केबल डालने के लिए खोदी छह महीनों पहले बनी सड़क (फोटो: जागरण)

    राज कुमार राजू, मोगा। मोगा शहर को कोटकपूरा बाईपास से जाेड़ने वाली सड़क जिसको अप्रैल महीने में प्रीमिक्स डालकर नया रूप दिया गया था।करीब तीन महीनों पहले मैन हाल के ढक्कन ढूंढने को लेकर जहां सड़क को खोदा जा चुका है। वही अब एक निजी कंपनी ने अप्रैल महीने में बनी सड़क को किनारों से खोद डाला।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डिजिटल इंडिया के तहत केबल बिछाने का काम कर रही ये कंपनी इससे पहले भी शहर की नई बनी सड़कों को खोदकर निगम का लाखों रुपये का नुकसान कर चुकी है। बता दे कि एक और जहां शहर की बहुत सी सड़कों की हालत बेहद खस्ता होने से लोग गड्ढों में गिरकर घायल हो रहे हैं, वहीं करीब छह महीनों पहले बनी बहोना रोड की सड़क को निजी मोबाइल कंपनी के कर्मचारियों ने केबल डालने के लिए उखाड़ दिया।

    लोगों का कहना है कि शहर में पक्षपात के चलते जहां बिना जरूरत की सड़कों पर प्रीमिक्स डाला जा रहा है, वही नई बनी सड़कों को खोदा जा रहा है। जिसके बारे में निगम के अधिकारियों को भी भलिभांति जानकारी है।

    मनप्रीत खुल्लर ने बताया कि नियमों के अनुसार अगर नगर निगम के अधिकारियों ने एयरकंडीशनर कमरे में बैठ कर केबल बिछाने के लिए संबंधित कंपनी को अनुमति दी है तो सड़क तोड़ने के बाद बनाने की जिम्मेदारी संबंधित कंपनी की होती है।

    इसके लिए रोड कटर मशीन व हाइड्रोलिक ड्रील मशीन से ही सड़क खोदने की अनुमति प्रदान की जाती है। अनुमति में यह भी स्पष्ट किया जाता है कि इस दौरान निगम का प्रतिनिधि मौके पर मौजूद रहेंगे। तय ले आउट के अनुरूप ही कार्य किया जा रहा है, लेकिन तय मापदंडों का पालन नहीं हो रहा है।

    दुकानदार धर्मवीर,गौरी शंकर आदि ने कहा कि नगर निगम से बिना मंजूरी लिए कुछ टेलीफोन कंपनियां जमीन के अंदर अपनी केबल नेटवर्किंग की तार डाल रही हैं जिससे वाटर सप्लाई के साथ ही सीवरेज लाइन को भी नुकसान पहुंचता है।

    उन्होंने बताया कि मोबाइल कंपनी द्वारा तार डालने के लिए खुदाई के दौरान किसी प्रकार की सावधानी नहीं बरती जा रही। नालियों के करीब खुदाई के दौरान बिछी लाइनों को अनदेखा कर सीधे खुदाई की जा रही है। इससे लीकेज के साथ नाली का पानी पाइप लाइन तक पहुंचने का खतरा हर समय बना रहता है।

    उधर निगम कमिश्नर चारूमीता ने बताया कि उक्त मामला उनके ध्यान में है । कंपनी की ओर से कैबल डाले जाने के बाद सड़क को पेचवर्क किया जाना होगा। अगर किसी प्रकार की लापरवाही होती है तो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।