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रेलवे ट्रैक पर पशुओं का बसेरा, यात्रियों के लिए खतरा

मोगा : जिलेभर में जहां लोग लावारिस पशुओं से परेशान हैं, वहीं मोगा से फिरोजपुर और लुधियाना की ओर जाने वाले रेलवे ट्रैक पर बैठे लावारिस पशु रेल यात्रियों की जान के लिए खतरा बन सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 11:28 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 11:28 PM (IST)
रेलवे ट्रैक पर पशुओं का बसेरा, यात्रियों के लिए खतरा
रेलवे ट्रैक पर पशुओं का बसेरा, यात्रियों के लिए खतरा

संवाद सहयोगी, मोगा : जिलेभर में जहां लोग लावारिस पशुओं से परेशान हैं, वहीं मोगा से फिरोजपुर और लुधियाना की ओर जाने वाले रेलवे ट्रैक पर बैठे लावारिस पशु रेल यात्रियों की जान के लिए खतरा बन सकते हैं।

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बता दें कि रेलव ट्रैक पर बैठे पशुओं के कारण पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन हर बार निगम व प्रशासन को नोटिस जारी करने तक सीमित रेल विभाग की कार्रवाई ने रेल में सफर करने वाले यात्रियों की जान खतरे में डाल रखी है। सप्ताह में कई बार आ जाते है पशु ट्रेन के आगे

मोगा से फिरोजपुर को रोजाना जाने वाले संजीव कुमार व आशू शर्मा ने कहा कि वह रोजाना सुबह पैसेंजर गाड़ी से फिरोजपुर में लिए अपने कार्य के लिए जाते हैं। इस दौरान मोगा से फिरोजपुर तक उनकी ट्रेन के आगे सप्ताह में कई बार पशु आ जाते हैं । जिसके कारण उनकी गाड़ी के चालक द्वारा गाड़ी को ट्रैक पर रोकना पड़ता है। उन्होंने बताया कि आज तक करीब दर्जनों पशु ट्रेन की चपेट में आने से जहां घायल हो चुके हैं । वहीं कई पशु मौत का शिकार भी बन चुके हैं । लेकिन फिर भी न जाने क्यों रेल विभाग के साथ-साथ जिला प्रशासन व नगर निगम मूकदर्शक बना हुआ है। गाड़ी की आवाज सुन दौड़ते हैं पशु

मोगा के अकालसर रोड के नजदीक रहने वाले सोनू ,रमन, प्रितपाल ¨सह आदि ने बताया कि वैसे तो पूरे शहर में आज भी करीब हर सड़क पर पशु घूमते हुए नजर आते है। उन्होंने बताया कि रेलवे ट्रेक इन दिनों झुंड बनाकर घूमने वाले पशु गाड़ी आने पर ट्रैक से दौड़कर आसपास के इलाके में जाते हैं। इस दौरान कई बाइक सवार भी उनकी चपेट में आ चुके हैं। निगम व रेलवे के खिलाफ खटखटाएंगे कोर्ट का दरवाजा : अरोड़ा

संजीव अरोड़ा व अमरजीत अंबी ने बताया कि उनके द्वारा भी कई बार रेलवे ट्रैक के आसपास बैठे पशुओं के झुंड के बारे में मौखिक तौर पर नगर निगम समेत रेलवे विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया गया है। लेकिन फिर भी रेलवे ट्रैक के नजदीक बैठे पशुओं को हटाने के लिए न तो नगर निगम ने कोई प्रयास किया है और न ही रेलवे विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई करते हुए नगर निगम के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि अगर 1 सप्ताह के अंदर मोगा के बेअंत नगर समेत आसपास के रेलवे ट्रैक के नजदीक बैठे पशुओं को नगर निगम ने काबू नहीं किया तो वह नगर निगम समेत रेलवे विभाग के खिलाफ एक जनहित याचिका दायर करेगें। पहले भी लावारिस पशु कर चुके है नुकसान

गौर रहे कि 6 अगस्त को सायं फिरोजपुर से लुधियाना की ओर जा रही जींद एक्सप्रेस ट्रेन के नीचे एक लावारिस पशु आ गया था, जिसकी मौका पर मौत हो गई थी। वहों ट्रेन एक घंटे देरी से रवाना हुई। वहीं उसी दिन सुबह एक पशु की मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इससे पहले वर्ष 2017 के नवंबर महीने में माल गाड़ी के सामने लावारिस पशु आने के चलते गाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए थे, इस दौरान किसी का जानी नुक्सान तो नही हुआ था, लेकिन रेलवे को इससे भारी नुकसान हुआ था। इसके अलावा मेहना के पास पैसेंजर गाड़ी के आगे लावारिस सांड आ गया था। इस दौरान भी हादसा होते होते बच गया था और सांड की मौके पर ही मौत हो गई थी। चल रहा है अभियान : कटारिया

नगर निगम के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर संदीप कटारिया ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर व नगर निगम कमिश्नर की हिदायतों के अनुसार शहर से लावारिस पशुओं को काबू करने के लिया अभियान चलाया जा रहा है। निगम कमिश्नर व डीसी से बातचीत कर गोशाला भेजे जाएंगे पशु : मीना

इस संबंध में स्टेशन अधीक्षक एसआर मीना ने कहा कि उनके द्वारा निगम कमिश्नर व डिप्टी कमिश्नर के मामला ध्यान में लाकर रेलवे ट्रेक नजदीक बैठे पशुओं को गौशाला में भिजवाने का कार्य किया जाएगा।


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