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    मोगा में तेज आंधी और बारिश से फसलें बर्बाद, किसानों को भारी नुकसान

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 04:00 PM (IST)

    मोगा में तेज आंधी और बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। कई खेतों में हरे चारे और धान की फसल बर्बाद हो गई है जिससे किसान चिंतित हैं। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी खराब मौसम की आशंका जताई है जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है। मंडियों में पहुंची धान की फसल भी भीग गई है जिससे उसके मूल्य निर्धारण में देरी होगी।

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    तेज आंधी व बारिश ने बिछाई खेत में हरा चारा व बासमती की फसल

    संवाद सहयोगी, मोगा। रविवार तड़के चार बजे आई तेज आंधी तथा लगभग आधा घंटा हुई मूसलाधार बारिश ने हरा चारा व धान की फसल कई खेतों में बिछाकर रख दी है। यही नहीं जिस प्रकार से मौसम की भविष्यवाणी कर बताया जा रहा है कि आगामी दो दिन मौसम खराब रह सकता है। उससे किसान चिंतित है। खेतों में बिछ चुकी फसल से  किसान परेशान है। आगामी दो दिनों में अगर मूसलाधार बारिश हुई तो कटाई के लिए पककर तैयार धान की फसल का नुकसान होने समेत कटाई कई दिन पिछड़ कर रह गई है। जबकि मंडियों में पहुंची धान की फसल भी एकाएक हुई मूसलाधार बारिश से भीगकर रह गई है। जिससे उसका मूल्य लगने में भी देरी होगी।

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    इस संबंध में किसान सुखचैन सिंह का कहना है कि रविवार तड़के आई तेज आंधी से उसकी लगभग दो एकड़ हरा चारा की फसल खेत में बिछ कर रह गई है। अगर मौसम विभाग की जानकारी अनुसार अगर बारिश होती है तो खेत में बिछा हरा चारा खराब होकर रह जाएगा।

    उसका कहना है कि यह परेशानी केवल उनकों नहीं अन्य कई किसानों को पेश आ रही है। प्रगतिशील किसान बलविंदर सिंह का कहना है कि रविवार तड़के आई तेज आंधी व बारिश ने उसकी लगभग दो एकड़ बासमती की फसल को खेत में बिछा दिया है। अभी बासमती के पकने में समय लगने के चलते उसे बिछी फसल के चलते नुकसान का सामना करना पड़ेगा। ऐसा ही आलम किसान गुरदेव सिंह तथा बलवीर सिंह के खेत का है। जिनकी बासमती व धान की लगभग छह एकड़ फसल खेत में बिछ गई है। किसान मनप्रीत सिंह का कहना है कि उनकी ओर से शनिवार को धान की फसल की कटाई कर मंडी ले जाया गया था। लेकिन रविवार तड़के एकाएक आई तेज बारिश ने बचाव करने के बावजूद भिगो दिया।जिससे अब मंडी में धान का मूल्य लगने में देरी होगी।

    जबकि खेती माहिरों का कहना है कि किसानों को चाहिए कि वह मौसम विभाग की जानकारी प्रति जागरूक रहे। जिस तहत खराब मौसम व बारिश की संभावना के चलते उस दिन अपनी फसल को पानी न लगाए। जिससे आंधी व बारिश से खेत में बिछ जाने वाली फसल का काफी हद तक बचाव किया जा सकता है।