डेंगू से लड़ने को सेहत विभाग तैयार, बनाया आइसोलेशन वार्ड
डा. हितिदर कौर ने बताया कि सेहत विभाग द्वारा जहां डेंगू से बचाव संबंधी सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है

संवाद सहयोगी, मोगा :
डेंगू के खतरे को देखते हुए सेहत विभाग द्वारा ड्राई डे फ्राइडे अभियान चलाया हुआ है। जिस तहत सेहत विभाग की टीमें दुकानों ,घर-घर समेत अन्य संस्थानों में जाकर डेंगू व मलेरिया के लारवा की जांच करते हुए लोगों को डेंगू व मलेरिया की बीमारी के प्रति जागरूक रहने के लिए प्रेरित कर रही है । टीम ने इस वर्ष एक स्थान ने लारवा मिलने पर चालान काट दिया है।
सिविल सर्जन डा. हितिदर कौर ने बताया कि सेहत विभाग द्वारा जहां डेंगू से बचाव संबंधी सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है। वहीं, एपीडोमोलियोजिस्ट की ड्यूटी लगा दी गई है, ताकि डेंगू से बचाव किया जा सके। इसके अलावा अन्य सेहत केन्द्रों जिनमें कोटइसेखां, निहाल सिंह वाला व बाघापुराना आदि है,वहां पर भी डेंगू की बीमारी से बचाव संबंधी जागरूक करने व सेहत सेवाएं प्रदान करने की हिदायत दे दी है । क्या है इस वर्ष तैयारियां
इस संबंध में सिविल सर्जन डा. हितिदर कौर ने कहा कि गत वर्ष जहां करीब तीन सौ से ज्यादा लोगों ने डेंगू का प्रकोप झेला था। सिविल अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार किसी की मौत नहीं हुई थी। इस बार के सीजन को देखते हुए उनके द्वारा आइसोलेशन वार्ड, एलाइजाकिट मुहैया करवाने समेत विभाग द्वारा लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष अभियान भी चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि डेंगू का पूरा इलाज जहां सिविल अस्पताल में फ्री मुहैया है। वहीं, उक्त रोग के सभी टेस्ट भी विभाग की लैब में फ्री में किए जाते हैं। डेंगू के लक्षण
इस संबंध में एसएमओ डा.सुखप्रीत सिंह बराड़ कहते है कि डेंगू की बीमारी के लक्षण, जिनमें एकदम तेज बुखार, माथे में तेज दर्द, आंखों के पीछे दर्द होता है। उल्टी आना आदि डेंगू के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे लक्षणों का पता लगने और बीमार व्यक्ति को तुरंत नजदीकी सेहत केंद्र या सिविल अस्पताल से संपर्क करना चाहिए। डेंगू की बीमारी संबंधी ज्यादा जानकारी के लिए टोल फ्री नं 104 नंबर पर भी संपर्क किया जा सकता है। कैसे रहे डेंगू प्रति जागरूक
इस संबंध में मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर विपिदर सिंह ने कहा कि वह सिविल सर्जन के आदेशों के तहत लोगों को डेंगू व मलेरिया के प्रति जागरूक करते हुए लारवा की जांच करने में जुटे हुए है। उसी के तहत घरों के बाहर और अंदर जहां पानी खड़ा हो, उसे तुरंत साफ कर दे। घरों में कीटनाशक स्प्रे, मच्छरदानी आदि की इस्तेमाल करें, पूरी बाजू के कपड़ों का प्रयोग करने के लिए जागरूक कर रहे है। कैसे पैदा होता है डेंगू का लारवा
विपिदर सिंह ने कहा कि डेंगू का मच्छर ज्यादातर धूप व छाया में पड़े किसी भी वस्तु के बीच वाले ठहरे साफ पानी में पैदा होता है। इसकों लेकर कूलर, ड्रम, बर्तन, बालटियां, पौधे रखने वाले बर्तन, फ्रिज के नीचे वाली ट्रे, खाली टीन के बर्तन, छत पर पड़े टायरों, बांस के खोल में भरे पानी में पैदा होता है।
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