देवी दास केवल कृष्ण चेरिटेबल ट्रस्ट में 100वां अध्यात्म सत्यार्थ सत्संग संपन्न
देवी दास केवल कृष्ण चैरिटेबल ट्रस्ट में 100वां अध्यात्म सत्यार्थ सत्संग श्रद्धा के साथ संपन्न किया गया। ...और पढ़ें

संवाद सहयोगी, मोगा : देवी दास केवल कृष्ण चैरिटेबल ट्रस्ट में 100वां अध्यात्म सत्यार्थ सत्संग श्रद्धा के साथ संपन्न किया गया। इसमें धर्माचार्य सुनील कुमार शास्त्री ने हवन यज्ञ संपन्न करवाया। हवन यज्ञ की मुख्य यजमाना मंजू देवी रहीं। वेद मंत्रों का उच्चारण धर्माचार्य सुनील कुमार ने करवाया। धर्माचार्य सुनील कुमार ने बताया कि मन को शुद्ध बनाएं। योग का उद्देश्य है कि मन को शुद्ध बनाकर आत्मा परमात्मा की अनुभूति करें तथा समाधि लगाकर मोक्ष को प्राप्त करें। व्यायाम अलग चीज है, शरीर चिकित्सा अलग चीज है, योग इन दोनों से अलग हैं। उन्होंने कहा कि योग तो मन और आत्मा के लिए है। योग का अर्थ है, मन में उठने वाले सांसारिक विचारों को रोककर ईश्वर जैसे सूक्ष्म तत्व का विचार करना। उसका ध्यान करना, समाधि लगाना। समाधि में ईश्वर का प्रत्यक्ष करना या अनुभूति करना। धर्माचार्य सुनील कुमार ने कहा कि जो व्यक्ति सांसारिक विचारों को रोककर अपने मन में ईश्वर का ध्यान करता है, उसका चितन मनन करता है, उसकी साक्षात अनुभूति करता है, उसे ईश्वर से बहुत सा ज्ञान विज्ञान प्राप्त होता है। कार्यक्रम में इंदु पुरी, उर्मिला सिगला, शकुंतला गर्ग, शांति देवी गर्ग, सुधा गोयल, गीता अग्रवाल, सुनीता गर्ग, अनु गोयल, राजकुमार शारदा, उर्मिला शारदा, इंद्रजीत राही, बलविदर ढल, पंकज गोयल, जगदीश आर्य, नंद किशोर भगत, प्रितपाल सिंह, सुखविदर सिंह, अहाना गोयल, शशि मित्तल आदि अनेक महानुभाव श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे।

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