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    थाना नथाना के समक्ष लगाया गांव पूहला वासियों का धरना समाप्त

    गुरसिख सुरजीत सिंह निवासी पूहला के घर तलाशी और घर में अकेली महिलाओं के साथ बदसलूकी करने से गुस्साए गांव पूहला वासियों का थाना नथाना के बाहर मंगलवार से लगाया धरना वीरवार को भी जारी रहा।

    By JagranEdited By: Updated: Thu, 25 Aug 2022 09:11 PM (IST)
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    थाना नथाना के समक्ष लगाया गांव पूहला वासियों का धरना समाप्त

    संवाद सूत्र, नथाना: गुरसिख सुरजीत सिंह निवासी पूहला के घर तलाशी और घर में अकेली महिलाओं के साथ बदसलूकी करने से गुस्साए गांव पूहला वासियों का थाना नथाना के बाहर मंगलवार से लगाया धरना वीरवार को भी जारी रहा।

    तीसरे दिन भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के ब्लाक अध्यक्ष होशियार सिंह, प्रेस सचिव अवतार सिंह तारी, लखबीर सिंह ब्लाक उपाध्यक्ष, राम रतन सिंह स्थानिक अध्यक्ष, जसवंत सिंह गोरा, बचित्र सिंह लहरा बेगा की अगुआई में प्रदर्शन किया गया। उन्होंने कहा कि शराब माफिया की गुंडागर्दी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने शराब ठेकेदार और उसके कारिदों के खिलाफ मानहानि का पर्चा दर्ज कर कार्रवाई करने और मुखबिर का नाम बताने की मांग की।

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    उधर, थाना नथाना के एसएचओ बिक्रमजीत सिंह के समक्ष आरोपितों ने अपना गुनाह कबूल किया और हाजिर नगर निवासियों के समक्ष माफी मांग कर आगे से ऐसा न करने का भरोसा दिलाया। इस उपरांत भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और पूहला नगर निवासियों ने यह धरना समाप्त कर दिया। ढाबा संचालक से मारपीट के मामले में धरना तीसरे दिन भी जारी बल्लुआणा पुलिस चौकी इंचार्ज व एएसआइ की तरफ से जिले के गांव कर्मगढ़ सत्तरा स्थित एक ढाबा संचालक से मारपीट करने के मामले में मंगलवार से भारतीय किसान यूनियन उग्रराहा की तरफ से पुलिस चौकी के बाहर शुरू किया गया रोष धरना वीरवार को तीसरे दिन भी जारी रहा।

    वीरवार को तीसरे दिन धरने में महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुई और पुलिस की इस गुड़ागर्दी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यूनियन ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर आरोपित पुलिस अधिकारी के खिलाफ बनती कार्रवाई करने की मांग रखी। यूनियन के प्रधान जसविदर सिंह ने बताया कि बीती रविवार की शाम को ढाबे के बाहर कुछ लोग शराब पी रहे थे। इस दौरान एक एएसआइ पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचाया और शराब पी रहे लोगों को डांटकर वहां से भाग दिया। इसके बाद एएसआइ ने ढाबा संचालक को थप्पड़ मारे और उसे अपनी गाड़ी में बिठाकर उसे खाली कागज पर उसके हस्ताक्षर करवा लिए। इतना ही नहीं दोबारा उसके साथ मारपीट की गई। यूनियन ने बताया कि मंगलवार को वह एएसआइ से मिलने के लिए पहुंचे, तो उन्होंने बातचीत करने से इंकार कर दिया। इसके चलते यूनियन ने मजबूर होकर रोष धरना दिया शुरू किया था, लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों की तरफ से पीड़ित व्यक्ति को इंसाफ नहीं देने और आरोपित पुलिस कर्मी के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं किए जाने के रोष में वीरवार को तीसरे दिन भी धरना दिया गया। उन्होंने कहा कि अगर ढाबा संचालक ने गलती की थी, तो वह कानून अनुसार कार्रवाई करता, ना कि उसके साथ मारपीट करना गलत है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से आरोपित एएसआइ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई और चेतावनी दी कि इंसाफ मिलने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।