धर्म से जुड़कर ही सुख पा सकता है मानव : स्वामी कृष्णा प्रिया
संस, मानसा : श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर शहर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में श्रीमदभगवत कथा का आरंभ कि
संस, मानसा : श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर शहर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में श्रीमदभगवत कथा का आरंभ किया गया। पहले दिन झडा की रस्म पार्षद मनदीप गोरा ने निभाई, जबकि ज्योति प्रचंड करने की रस्म समाज सेवी मुनीश कुमार ने निभाई।
बृंदावन की स्वामी कृष्णा प्रिया ने कहा कि आज के समय में धर्म से जुड़कर ही मानव सुख पा सकता है। उन्होंने कहा कि ग्रंथ पढ़ना अधिक महत्वपूर्ण नहीं, बल्कि ग्रंथों में लिखीं धारणाओं और शिक्षाओं को अपने जीवन पर लागू करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने भीलनी की कथा सुनाकर संदेश दिया कि कोई चाहे किसी धर्म, जाति, नस्ल के साथ संबधित हो, यदि उसमें परमात्मा को पाने की चाहत है, तो उसे कोई नहीं रोक सकता। समाज भीलनी को नफरत की निगाह से देखते थे, मगर भगवान श्रीराम ने उसे उसकी भक्ति देखकर गले से लगाया। कथा के दौरान उन्होंने अपनी माधुर आवाज में श्री कृष्ण गोबिंद हरे मुरारी, हे नाथ नारायण हे वासुदेव गाकर संगत को मंत्र मुग्ध कर दिया। अंत में सभा के अध्यक्ष कृष्ण बंसल ने मेहमानों को सम्मान चिह्न से सम्मानित किया। इस मौके पर सचिव कमल शर्मा, सुरेश गभ्भो, लक्ष्मण जटाना, प्रेम नन्दगढ़, रुलदू राम नन्दगढ़, तरसेम फत्ता, सुरेश मोठा, बिन्दरपाल गर्ग, हरी राम डिम्पा के अलावा बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थे।
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