बठिंडा में फर्जी सिविल जज पति समेत गिरफ्तार, कार पर लगाई थी जिला सेशन कोर्ट की नेम प्लेट; लोगों से कर चुकी है लाखाें की ठगी
पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है जोकि अपने आप को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास सिविल जज बताकर लोगों से धोखाधड़ी करती थी। इतना ही नहीं लोगों में अपना रौब दिखाने के लिए अपनी पति की कार पर जिला सेशन कोर्ट जज की नाम प्लेट लगा रखी थी।
जासं, बठिंडा। पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है, जोकि अपने आप को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास सिविल जज बताकर लोगों से धोखाधड़ी करती थी। इतना ही नहीं लोगों में अपना रौब दिखाने के लिए पति की कार पर जिला सेशन कोर्ट जज के नेमप्लेट लगा रखी थी। इसके साथ ही नकली आइडी कार्ड भी बना रखा था। फिलहाल पुलिस ने आरोपित महिला जसवीर कौर, उसके पति कुलवीर सिंह निवासी गांव कल्याण सुक्खा व ड्राइवर प्रगट सिंह निवासी गांव रामणवास व एक अज्ञात व्यक्ति पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है, ताकि पता चल सके कि उक्त लोगों ने अब तक कितने लोगों के साथ धोखाधड़ी की।
थाना नथाना के एएसआइ जसवीर सिंह के मुताबिक पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गांव कल्याण सुक्खा की रहने वाली जसवीर कौर ने अपने पति कुलवीर सिंह, ड्राइवर प्रगट सिंह व एक अज्ञात व्यक्ति के साथ मिलकर एक गिराेह बना रखा है। आरोपित जसवीर कौर अपने आप को जज बताती और अपने पति की ब्रीजा कार नंबर पीबी-03एके-0063 पर लाल रंग की प्लेट लगा रखी है, जिस पर जिला सेशन कोर्ट लिखा हुआ है। उसकी यह गाड़ी आरोपित प्रगट सिंह बतौर ड्राइवर चलाता है। इतना ही नहीं आरोपित जसवीर कौर ने ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास सिविल जज का नकली आइडी कार्ड बना रखा है। यह लोग भोले-भाले लोगों को अपने झांसे में लेकर सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करते है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया, जबकि आरोपितों से कार भी बरामद की गई।
दो दर्जन से ज्यादा लोगों से नौकरी के नाम पर की ठगी
मामले के जांच अधिकारी एएसआइ जसवीर सिंह ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। अब तक की गई जांच में सामने आया है कि वह दो दर्जन से ज्यादा लोगों से नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी कर चुके है। फिलहाल आरोपितों को अदालत में पेश कर उनका पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा, ताकि पूछताछ के बाद मामले में ओर भी खुलासे किए जा सके।