मन, वचन व काया पर विजय प्राप्त करके ही तुष्ट रह सकते हैं: साध्वी रत्न संचिता
एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस के तत्वाधान में तपचंद्रिका श्रमणी गौरव महासाध्वी वीणा महाराज ठाणा-5 के सानिध्य में चातुर्मास सभा जारी है।

संस, लुधियाना : एसएस जैन स्थानक सिविल लाइंस के तत्वाधान में तपचंद्रिका श्रमणी गौरव महासाध्वी वीणा महाराज ठाणा-5 के सानिध्य में
चातुर्मास सभा जारी है। सभा में साध्वी रत्न संचिता महाराज ने कहा कि मन, वचन व काया पर विजय प्राप्त करके ही मानव सदा संतुष्ट रह सकता है। अनादि काल से मानव इनको अपने वश में न रखने के कारण दुखी चला आ रहा है। सभी धर्म नायकों ने जीवन जीने की प्रेरणा देते हुए इनको वश में रखने की प्रेरणा दी। आज का मानव मन से तनाव ग्रस्त है। कारण कि वह दिनों दिन मानव मन का मालिक न बनकर दास बनता जा रहा है। मन के अधीन होने से हजारों इच्छाएं जागृत होती रहती है। उसकी पूर्ति न होने से सदा कष्ट का अनुभव करता है। गीता में श्री कृष्ण ने मन को अभास व वैराग्य से वश में रखने का उपाय बतलाया है। महावीर ने भी मन को संयमित रखने के लिए संयम का मार्ग बतलाया है। यह संयम जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आवश्यक है। महासाध्वी वीणा जी महाराज ने मन वचन काया के विभिन्न प्रकार भेंदो का विवेचन करते हुए कहा, मन हलके से हलका भी रहता है, अगर नियंत्रण में न रखा जाए, तो भारी होता चला जाता है। परिणाम स्वरुप जीवन में निराशा व्याप्त हो जाती है। इस दौरान महावीर जैन युवक संघ के अध्यक्ष संजय जैन की अगुवाई में नवकार मंत्र का लाभ लिया गया। सभी सदस्यों ने आकर अपनी जिम्मेदारी तन, मन सेवा से निभाई। इस दौरान युवक संघ सदस्यों को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर एस एस जैन सभाध्यक्ष अरिदमन जैन, चातुर्मास कमेटी चेयरमैन जितेंद्र जैन, सीनियर उपाध्यक्ष सुभाष जैन महावीर, महामंत्री प्रमोद जैन, नीलम जैन, कोषाध्यक्ष रजनीश जैन गोल्ड स्टार, मोती लाल जैन, विनोद जैन, संजय जैन, वैभव जैन व समस्त कार्यकारिणी सदस्यगण शामिल थे।
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