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    सतलुज समेत तीन नदियों में लगातार छोड़ा जा रहा पानी, लुधियाना में चार जगह तटबंध टूटने का खतरा

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 02:33 PM (IST)

    पंजाब में बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत मिलने की संभावना कम है क्योंकि मौसम विभाग ने 12 सितंबर तक वर्षा की भविष्यवाणी की है। बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में कमी नहीं आ रही है। लुधियाना में सतलुज नदी के किनारे चार स्थानों पर तटबंध टूटने का खतरा है जबकि पटियाला संगरूर और मानसा जिलों में घग्गर नदी के कारण बाढ़ का खतरा है।

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    पानी में कट रही लोगों की जिंदगी। फोटो जागरण

    जागरण टीम, लुधियाना/चंडीगढ़। राज्य में चार से पांच फीट तक पानी से घिरे गांवों के लोगों को कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। मौसम विभाग ने राज्य में 12 सितंबर तक वर्षा की संभावना जताई है। ऐसे में घरों की छतों और ऊंचे स्थानों पर टैंट लगाकर घरों से पानी कम होने की आस लगाए बैठे लोगों का इंतजार भी लंबा होता जा रहा है।

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    राज्य के तीनों बांधों (भाखड़ा, पौंग व रणजीत सागर) का जलस्तर दो दिन से लगातार कम होता जा रहा है लेकिन यहां से छोड़े जा रहे पानी के कारण बाढ़ प्रभावित इलाकों में जलस्तर में कुछ खास कमी नहीं आई है। इसी बीच लुधियाना में सतलुज दरिया के कारण चार स्थानों पर तटबंध टूटने का खतरा बना हुआ है। यहां प्रशासन लगातार तटबंधों को मजबूत करने में जुटा है।

    इसी तरह पटियाला, संगरूर और मानसा जिलों में घग्गर दरिया के उफान में होने के कारण इन जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। पटियाला के घनौर में घग्गर के कारण आई बाढ़ के चलते प्रशासन ने इलाके के 43 स्कूलों को अभी बंद रखने का फैसला किया है।

    इसी तरह सोमवार को राज्य में अमृतसर को छोड़ शेष सभी जिलों में निजी स्कूलों व उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई शुरू हो गई। सरकारी स्कूलों में मंगलवार से पढ़ाई शुरू होगी।

    राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों फिरोजपुर, फाजिल्का, कपूरथला में हालात ऐसे हैं कि अब भी खेतों में चार से पांच फीट तक पानी भरा हुआ है। सड़कों पर पानी इस तरह बह रहा है जैसे वहां सड़क न होकर कोई दरिया हो। जिन घरों में पानी कम हुआ है वहां लोग घरों में जमा गाद को निकालने में जुटे हैं।

    लुधियाना की ससराली कालोनी सतलुज के नजदीक बने घर को पानी ने अपनी चपेट में लिया है। बताया जा रहा है कि इस घर का मालिक बिल्ला इस समय माइनिंग करने और मारपीट करने के आरोप में जेल में बंद हैl

    बांधों की स्थिति

    • भाखड़ा बांध : क्षमता 1,680 फीट, मौजूदा जलस्तर 1,677.39 फीट। सतलुज दरिया में छोड़ा जा रहा पानी 66,863 क्यूसेक।
    • पौंग : कुल क्षमता 1,390 फीट, मौजूदा जलस्तर 1,391.33 फीट। ब्यास में छोड़ा जा रहा पानी 86,910 क्यूसेक रणजीत
    • सागर बांध : कुल क्षमता 527 मीटर, मौजूदा जलस्तर 524.55 मीटर। रावी में छोड़ा जा रहा पानी 34,945 क्यूसेक।