लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में हुए घोटालों के सूत्रधारों की सूची खंगाल रही विजिलेंस, EO की गिरफ्तारी के बाद बढ़ी हलचल
पंजाब विजिलेंस ब्यूराे लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में अब तक हुई धांधलियों में बड़े नामों के तार खंगालने में जुट गई है। इसके तहत ट्रस्ट में पिछले कुछ सालों में सामने आए घोटालों के सूत्रधारों की सूची तैयार की जा रही है।

दिलबाग दानिश, लुधियाना। रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ी गई इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की कार्यकारी अधिकारी (ईओ) कुलजीत कौर के जरिये विजिलेंस ट्रस्ट में अब तक हुई धांधलियों में बड़े नामों के तार खंगालने में जुट गई है। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में पिछले कुछ सालों में सामने आए घोटालों के सूत्रधारों की सूची तैयार की जा रही है। ईओ सहित चार लोगों की गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस के पास इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में हुई धांधलियों की कई लोगों ने सूचनाएं दी हैं।
कुछ पार्टियों के नेता भी विजिलेंस के पास पहुंच कर ट्रस्ट में पिछले समय में घोटाले होने के आरोप लगा रहे हैं। जैसे-जैसे विजिलेंस के पास सूचनाएं पहुंच रही हैं, अधिकारी उन नामों की सूची तैयार कर रहे हैं। कांग्रेस की पूर्व सरकार में स्माल स्केल इंडस्ट्री के चेयरमैन अमरजीत सिंह टिक्का का कहना है कि पिछले कुछ साल में इंप्रवूमेंट ट्रस्ट रिश्वत लेने और घोटाले करने वालों का अड्डा बना गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की सरकार में चेयरमैन होने के बावजूद काम करवाने के बदले उनसे भी रिश्वत मांगी गई थी। इसकी सूचना उन्होंने विजिलेंस से की है और जल्द इसकी लिखित शिकायत भी देने जा रहे हैं।
विधानसभा चुनाव से पहले टिक्का कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। गौरतलब है कि विजीलेंस विभाग ने ईओ कुलजीत कौर और क्लर्क हरमीत सिंह को दस हजार रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके अगले दिन नंबरदार परमजीत सिंह और एक अन्य क्लर्क को भी काबू किया था। विजिलेंस क्लर्क व ईओ को चार दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर लंबी पूछताछ कर चुकी है।
बताया जा रहा है कि दोनों ने पूछताछ के दौरान ट्रस्ट में हुई कई धांधलियों की जानकारी दी है। उनके बयान भी दर्ज किए गए हैं। इसमें कुछ नेताओं के नाम भी शामिल हैं। विजिलेंस विभाग के सूत्रों के अनुसार पुलिस रिमांड में केवल बूथ की वन टाइम सेटलमेंट के लिए ली गई रिश्वत के अलावा प्लाटों की अलाटमेंट व रिहायशी प्लाटों की अलाटमेंट के बारे में भी जानकारी जुटाई गई है। अब विजिलेंस पूछताछ में मिली जानकारियों की कड़ियों को जोड़ रही है।
अमरजीत टिक्का ने लगाए ट्रस्ट प्रबंधकों पर गंभीर अरोप
अमरजीत सिंह टिक्का ने आरोप लगाया कि वर्ष 1980 में उनकी जमीन का अधिग्रहण किया गया था। इसके बदले में उन्हें प्लाट अलाट किया जाना था। वर्ष 2015 में हाई कोर्ट ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए थे, लेकिन उनकी ही सरकार में जब वे चेयरमैन थे तो कोर्ट के आदेशों को लागू करवाने के लिए इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में उसने ही रिश्वत मांगी गई। जब उन्होंने रिश्वत नहीं दी तो उन्हें प्लाट ही अलाट नहीं किया गया है। अब जब विजिलेंस इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की ईओ से पूछताछ कर रही है तो वे एसएसपी विजिलेंस सु¨रदर लांबा से मिले हैं और ट्रस्ट की गई गड़बड़ियों की सूचना दी है। टिक्का के अनुसार ईओ तो केवल मोहरा हैं। कई बड़े नेताओं ने करोड़ों रुपये रिश्वत ली है।
सुबूत हाथ लगते ही होगी प्रभावी कार्रवाई : एसएसपी
विजिलेंस के एसएसपी सुरिंदर लांबा का कहना है कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में हुई धांधलियों की शिकायत करने बड़ी संख्या में लोग सामने आ रहे हैं। लोगों से मिल रही सूचनाओं के आधार पर हम इन धांधलियों के सूत्रधार लोगों की सूची भी तैयार कर रहे हैं। रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े गए लोगों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। सुबूत हाथ लगते ही उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। चाहे वह कोई भी हो।
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