Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जाली पासपोर्ट बनवाया, पूर्व सरपंच व साथियों को दिए थे 70 लाख; अमेरिका से डिपोर्ट युवक ने बताई दर्दनाक आपबीती

    Updated: Wed, 19 Feb 2025 10:00 AM (IST)

    US Deport अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों ने धोखेबाज ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ आवाज उठाई है। लुधियाना मोहाली मोगा और तरनतारन में कई एजेंटों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। इन एजेंटों ने फर्जी पासपोर्ट और वीजा का इस्तेमाल कर लोगों को अमेरिका भेजा था। बता दें कि अब तक अमेरिका से डिपोर्ट भारतीयों को लेकर तीन विमान भारत आ चुके हैं।

    Hero Image
    अमेरिका से डिपोर्ट भारतीयों को लेकर तीन विमान आ चुके हैं भारत (File Photo)

    जागरण टीम, लुधियाना, मोगा, मोहाली। US Deport अमेरिका से डिपोर्ट भारतीयों को लेकर तीन विमान वापस भारत आ चुके हैं। लौटने वाले युवकों ने पुलिस को दी शिकायत में अपनी व्यथा व्यक्त की है। लुधियाना के गुरविंदर सिंह के खिलाफ लुधियाना में तीन पर्चे दर्ज हैं इसलिए वह विदेश नहीं जा सकता था। उसने पूर्व सरपंच चरणजीत सिंह से संपर्क किया था। चरणजीत ने गुरविंदर को निशांत कुमार से मिलवाया जोकि खुद को पासपोर्ट एजेंट बताता था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नए पासपोर्ट के बदले दिए थे 12 लाख

    उसने कहा कि वह उसका नया पासपोर्ट तैयार करवाकर देगा क्योंकि असली पासपोर्ट पर वह विदेश नहीं जा पाएगा। नए पासपोर्ट के बदले गुरविंदर ने उसे 12 लाख रुपये दिए।

    निशांत ने गुरविंदर के लखनऊ के पते पर आईडी प्रूफ तैयार करवाए और उसी के आधार पर पासपोर्ट तैयार करवा दिया। फिर निशांत ने गुरविंदर को संदीप कुमार, रविंदर देयोल व सतनाम सिंह से मिलवाया जो ट्रैवल एजेंट हैं।

    डंकी रूट से भेजा था अमेरिका

    फर्जी पासपोर्ट गुरविंदर को पहले आबूधाबी भेजा गया। फिर कुछ दिनों बाद वापस भारत बुला लिया गया। फिर एक महीने बाद उसी पासपोर्ट पर रूस भेजा गया। कुछ दिन वहां रोकने के बाद उसे दोबारा भारत बुला लिया।

    अंतिम बार 6 महीने पहले उसे उसी फर्जी पासपोर्ट पर डंकी रूट से अमेरिका भेज दिया। वहां वह बॉर्डर पर पकड़ा गया और गत रविवार डिपोर्ट कर दिया गया। इन तीन देशों में पहुंचाने के बदले में आरोपितों ने गुरविंदर से 69.40 लाख रुपये लिए।

    धोखेबाज ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ खड़े हुए डिपोर्टी

    अमेरिका में अवैध रूप से रहने के दोषी ठहराकर डिपोर्ट किए गए अधिकतर लोगों ने धोखेबाज ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ खड़े होने का निर्णय लिया है।

    अपने परिवारों की आर्थिक स्थिति संवारने के सपने के नाम पर छले गए इन लोगों ने पुलिस के समक्ष कहा कि वे इन फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई चाहते हैं।

    वे उनके खिलाफ केस दर्ज करवाने के लिए तैयार हैं। यह बात अमेरिकी सैन्य विमान की दूसरी उड़ान से लौटाए गए लोगों से पुलिस की गहन पूछताछ में सामने आई है।

    पुलिस ने दर्ज किए केस

    पुलिस ने डिपोर्ट लोगों व उनके स्वजन की शिकायत पर मंगलवार को लुधियाना में पूर्व सरपंच व चार ट्रैवल एजेंटों, मोहाली में अंबाला कैंट के दो ट्रैवल एजेंटों, तरनतारन में हरियाणा के एजेंट तथा मोगा में इमीग्रेशन कार्यालय चलाने वाले भारतीय किसान यूनियन (तोतेवाल) के प्रदेश अध्यक्ष, उसके ट्रैवल एजेंट भाई, एक अन्य ट्रैवल एजेंट सहित चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए।

    यह भी पढ़ें- आखिर अमेरिका से अमृतसर ही क्यों डिपोर्ट हो रहे भारतीय? जानें क्या है वजह

    यह भी पढ़ें- पकड़े गए भारतीयों को दूसरे देशों में भेजने की तैयारी, जानिए क्यों इन्हें डिपोर्ट नहीं कर रहा US