तलवंडी धाम डेरे में बेसहारा बच्चों पर अत्याचार, 15 साल की लड़की ने लगाई पुलिस को गुहार
जगराओं के पास डेरा तलवंडी धाम के मुखी शंकरानंद के आपत्तिजनक वीडियो के बाद आक्रोश है। डेरे में 15 साल रही महिला ने बाल आश्रम के अत्याचारों का खुलासा किया। उसने बताया कि गूंगे-बहरे बच्चों को कैद रखा जाता है और शारीरिक व मानसिक शोषण होता है। प्रबंधकों की बात न मानने पर बच्चों को जेल में भूखा-प्यासा रखा जाता है।

संवाद सहयोगी, जगराओं। मुल्लांपुर के निकट गांव तलवंडी खुर्द में स्थित डेरा तलवंडी धाम के मुखी शंकरानंद की आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद उसके खिलाफ लोगों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। उसे और उसके साथियों को गिरफ्तार करने की मांग की जा रही है। अब डेरे के अंदर बाल आश्रम में 15 वर्ष तक रहने वाली महिला ने पुलिस को शिकायत देकर वहां बाल घर में बच्चों पर होने वाले अत्याचार का खुलासा करते हुए उन बच्चों को वहां से आजाद करवाने की मांग की।
अपने पति और धार्मिक प्रचारक जसविंदर सिंह खालसा के साथ पहुंची पीड़ित महिला डीआइजी लुधियाना, डिप्टी कमिश्नर लुधियाना से भेंट करने के बाद एसएसपी पुलिस जिला लुधियाना देहात को शिकायत देने पहुंची। महिला ने कहा कि उसका जन्म कहां हुआ है, उसे कुछ मालूम नहीं है। वह बचपन से ही बाल घर तलवंडी धाम में रह रही थी और वही पर अंदर बने हुए स्कूल में 12वीं तक पढ़ाई की। उसके बाद उसकी शादी कर दी गई।
इस बाल आश्रम और तलवंडी धाम का मुखी बाबा शंकरानंद है और इसके साथी ओमा नंद, कुलदीप सिंह मैन, जसवीर कौर, सुरेशानंद और सेवा सिंह खेला है। वहां कई गूंगे-बहरे और अनाथ बच्चों को अपनी कस्टडी में कैदी बनाकर रखा हुआ है। उनकी सेवा संभाल के नाम पर बच्चों और जवान लड़कियों के साथ शारीरिक और मानसिक शोषण समय-समय पर किया जाता है।
तलवंडी धाम के अंदर ही बच्चों की एक जेल भी बनाई हुई है जिसमें जब कोई भी बच्चा लड़का या लड़की प्रबंधकों के कहने अनुसार नहीं चलते उन्हें 10 से 15 दिन तक भूखे प्यासे उसी जेल में रखकर उनके ऊपर मानसिक और शारीरिक अत्याचार किया जाता है।
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