Swine Flu: कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वालों पर हमला कर रहा स्वाइन फ्लू, मानसून सीजन में ज्यादा बढ़े केस
Swine Flu In Ludhiana औद्याेगिक नगरी में स्वाइन फ्लू तेजी से फैल रहा है। बड़ी बात यह है कि यह बीमारी कमजाेर इम्यूनिटी वाले मरीजाें पर ज्यादा हमला करती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार ज्यादातर मरीज 55 साल से अधिक उम्र के आ रहे हैं।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। Swine Flu In Ludhiana: जिले में स्वाइन फ्लू के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। अब तक जिले में स्वाइन फ्लू के 28 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से सात मरीजों की मौत हो चुकी है और 10 मरीज अभी निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार वर्ष 2018 के बाद पहली बार मानसून सीजन में इतने अधिक स्वाइन फ्लू के केस मिले हैं। स्वाइन फ्लू के मरीजों का इलाज कर रहे स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार ज्यादातर मरीज 55 साल से अधिक उम्र के आ रहे हैं। इनमें ज्यादातर वे हैं, जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं। इन बीमारियों के कारण उनकी प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और बीमारी उन पर हावी हो जाती है।
60 साल से अधिक उम्र वाले ज्यादा प्रभावित
दयानंद मेडिकल कालेज एंड अस्पताल (डीएमसीएच) के मेडिसन विशेषज्ञ प्रोफेसर डा. राजेश महाजन कहते हैं कि उनके यहां लुधियाना व दूसरे जिलों व राज्यों से संबंधित करीब 50 से अधिक मरीज आ चुके हैं। इनमें से स्वाइन फ्लू पाजिटिव आने वाले 85 प्रतिशत मरीज 60 साल से अधिक उम्र वाले और हाई बीपी, शुगर, किडनी, हार्ट, फेफड़े और गंभीर बीमारियों से पीड़ित मिले। इनमें देरी से अस्पताल पहुंचने वाले कई मरीजों को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा।
35 से 45 साल की उम्र के भी कई मरीज सामने आए हैं, लेकिन ये जल्दी रिकवर हो गए। डा. राजेश महाजन का कहना है कि स्वाइन फ्लू के गंभीर खतरों से बचा जा सकता है। हर साल स्वाइन फ्लू के वेरिएंट के मुताबिक नई वैक्सीन आ जाती है और बहुत ज्यादा महंगी भी नहीं होती। ऐसे में एहतियात के तौर पर वैक्सीन लगवाकर इसके खतरे को टाला जा सकता है। बुजुर्गो के लिए तो ये बेहद जरूरी है।
जिस घर में बुजुर्ग हों, वहां सतर्कता जरूरी : डा. राजेश महाजन
डा. राजेश महाजन कहते हैं कि जिन घरों में बुजुर्ग रहते हों, उनके बच्चों व परिवार को सतर्कता बरतनी चाहिए। बुजुर्ग भीड़भाड़ व मार्केट में नहीं जाते। कहीं न कहीं कोरोना या स्वाइन फ्लू जैसे वायरस की चपेट में वह अपने परिवार के सदस्यों की वजह से ही आते हैं। ऐसे में परिवार के लोगों को चाहिए कि बाहर जाते समय मास्क जरूर पहनें। मास्क निकालने के बाद अच्छी तरह हाथ-मुंह धोएं। अगर परिवार में किसी को जुकाम, खांसी, बुखार है, तो खुद को आइसोलेट कर ले।
खांसी-जुकाम व सांस लेने में दिक्कत हो तो टेस्ट करवाएं : डा. अमित बेरी
मेडिसन विशेषज्ञ एसोसिएट प्रोफेसर डा. अमित बेरी कहते हैं कि अगर किसी भी व्यक्ति को खांसी-जुकाम, तेज बुखार या सांस लेने में समस्या आए तो इसे हल्के में बिल्कुल भी नहीं लेना चाहिए। आजकल डेंगू-मलेरिया भी फैला है तो मरीज को चिकित्सक के परामर्श के अनुसार पहले तुरंत इसके टेस्ट करवाने चाहिए। ये टेस्ट नेगेटिव होने पर कोविड टेस्ट व छाती का एक्सरे करवाना चाहिए। इसमें कोई दिक्कत हो ते स्वाइन फ्लू टेस्ट के लिए कहा जाता है।
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