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लुधियाना में कंस्ट्रक्शन कंपनियों की लापरवाही और अधिकारियों की गैर जिम्मेदारी से दम घोंट रही धूल

लुधियाना के अलग-अलग हिस्सों में कहीं ओवरब्रिज अंडरब्रिज का काम चल रहा है तो कहीं सीवरेज लाइन बिछाई जा रही है। कहीं पर एलिवेटेड रोड का काम चल रहा है। सड़क पर गिरी मिट्टी राहगीरों वाहन चालकों और आसपास रहने वाले लोगों का दम घोंट रही है।

By Vinay kumarEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 07:56 AM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 07:56 AM (IST)
लुधियाना में कंस्ट्रक्शन कंपनियों की लापरवाही और अधिकारियों की गैर जिम्मेदारी से दम घोंट रही धूल
सड़क पर गिरी मिट्टी राहगीरों के लिए बन रही परेशानी।

लुधियाना [राजेश भट्ट]। लुधियाना के अलग-अलग हिस्सों में कई बड़े प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है। कहीं ओवरब्रिज, अंडरब्रिज का काम चल रहा है तो कहीं सीवरेज लाइन बिछाई जा रही है। कहीं पर एलिवेटेड रोड का काम चल रहा है। कई जगह खोदाई की गई है जिस कारण मिट्टी सड़कों पर पहुंच गई है। कंस्ट्रक्शन कपंनियां नियमों को ताक पर रखकर काम में जुटी हैं। सड़क पर गिरी मिट्टी राहगीरों, वाहन चालकों और आसपास रहने वाले लोगों का दम घोंट रही है। कंपनियां प्रोजेक्ट साइट पर पानी का छिड़काव तक नहीं कर रही हैं। प्रोजेक्ट साइट के चारों ओर उड़ती धूल ने शहर की आबोहवा को बिगाड़ दिया है। इस धूल के कारण तापमान में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा शहर के एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) पर भी इसका असर दिखने लगा है। एक्यूआइ लगातार खतरे के निशान के ऊपर चल रहा है। प्रोजेक्टों के निर्माण में लगी कपंनियों से नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी प्रशासन की है लेकिन अब तक अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से बचते दिखे हैं। जो अधिकारी कंस्ट्रक्शन कंपनियों से प्रदूषण की रोकथाम नहीं करवा रहे हैं उनके खिलाफ पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चीफ इंजीनियर को कार्रवाई करनी है। फिलहाल कोई ठोस कदम न उठाए जाने के कारण इसका खामियाजा शहर और यहां बाशिंदों को उठाना पड़ रहा है।

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यही नहीं, शहर में टिब्बा रोड का निर्माण कार्य, बस्ती जोधेवाल चौक में निर्माण सहित कई क्षेत्रों में कंस्ट्रक्शन के काम चल रहे हैं। कई जगह सड़कों का काम चल रहा है। यहां कोई पूछने वाला नहीं है। शहर की हवा में प्रदूषण का स्तर लगातार 100 से अधिक रह रहा है। गौरतलब है कि एक्यूआइ 0-50 तक अच्छा और 51-100 तक ही संतोषजनक माना जाता है।

प्रोजेक्ट : पक्खोवाल आरओबी आरयूबी

कंपनी : दीपक बिल्डर्स  

लापरवाही : यहां नाम मात्र ही पानी का छिड़काव हो रहा है। जिससे धूल ही धूल उड़ रही है।

जिम्मेदार : राहुल गगनेजा, एसई, स्मार्ट सिटी

प्रोजेक्ट : मल्हार रोड स्मार्ट रोड

कंपनी : दीपक बिल्डर्स

लापरवाही : सड़क के दोनों ओर मार्केट और रिहायशी क्षेत्र है। यहां भी कंपनी पानी का छिड़काव नहीं कर रही है और न प्रोजेक्ट साइट को कवर किया गया है।

जिम्मेदार : राहुल गगनेजा, एसई, स्मार्ट सिटी

प्रोजेक्ट : फिरोजपुर रोड एलिवेटेड रोड

कंपनी : गैमन इंडिया

लापरवाही : जहां खोदाई चल रही है। मिट्टी सड़क पर बिखरी है। वाहनों की आवाजाही से उड़ रही धूल सभी के लिए परेशानी का सबब बन रही है।

जिम्मेदार : .... एनएचएआइ प्रोजेक्ट डायरेक्टर

प्रोजेक्ट : राहों रोड

एजेंसी : नगर निगम  

लापरवाही : राहों रोड पर सीवरेज डालने के लिए सड़क की खोदाई की गई है। सड़क पर मिट्टी के कारण यहां से लोगों के लिए गुजरना मुश्किल है। न इस मिट्टी को कवर किया है और न पानी का छिड़काव किया जा रहा है।

जिम्मेदार : रजिंदर सिंह, एसई, ओएंडएम सेल नगर निगम, लुधियाना

धूल से बढ़ जाता है एक्यूआइ :

पीपीसीबी के लुधियाना जोन के चीफ इंजीनियर गुलशन राय का कहना है कि कंस्ट्रक्शन कंपनियों को पहले भी इस संबंध में आगाह किया जाता रहा है। धूल उडऩे के कारण हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। लुधियाना में इन प्रोजेक्टों पर काफी समय से काम चल रहा है।

सीपीसीबी जता चुका है चिंता :

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) भी शहर के वायु प्रदूषण को खतरनाक स्तर तक मान चुका है। इसे सुधारने के लिए नगर निगम को 26 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। प्रोजेक्ट साइटों पर पानी छिड़काव करने सहित अन्य नियमों का पालन न करके इस योजना पर भी पानी फेरा जा रहा है।

कंस्ट्रक्शन कंपनियों के लिए यह हैं नियम :

- कंस्ट्रक्शन साइट पर मिट्टी सड़क पर नहीं बिखरी होनी चाहिए।

- कंस्ट्रक्शन साइट कवर होनी चाहिए ताकि मिट्टी या धूल बाहर न जाए।

- नियमित तौर पर आसपास पानी का छिड़काव होना चाहिए।

- कंस्ट्रक्शन साइट पर रिहायशी क्षेत्र की ओर प्लास्टिक या धूल रोधी सीट से कवर किया जाना चाहिए

असर : तीन मार्च को शहर के एक्यूआइ की स्थिति

समय                     एक्यूआइ

सुबह छह बजे             147  

नौ बजे                     145

12 बजे                    143    

तीन बजे                    138

छह बजे शाम                136

कंपनियों पर होगी कार्रवाई

कंस्ट्रक्शन कंपनियों की जिम्मेदारी है कि वह प्रदूषण न फैलाएं। अगर कंपनियां पानी का नियमित छिड़काव नहीं कर रही हैं और बाकी के नियम भी तोड़ रही हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-वरिंदर शर्मा, डीसी लुधियाना।


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