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    जेल में बंद शुभम ने गोल्डी बराड़ के कहने पर बनाई कारोबारियों की लिस्ट, लुधियाना पुलिस ने किया रंगदारी गिरोह का पर्दाफाश

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 01:01 PM (IST)

    लुधियाना पुलिस ने गोल्डी बराड़ गैंग के दो गुर्गों को गिरफ्तार कर एक बड़े रंगदारी गिरोह का पर्दाफाश किया है। फिरोजपुर जेल में बंद शुभम ग्रोवर, जो गोल्ड ...और पढ़ें

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    गोल्डी बराड़ के कहने पर रंगदारी के लिए फिरोजपुर जेल में बंद शुभम ने बनाई कारोबारियों की लिस्ट (फोटो: जागरण)

    जागरण संवाददाता, लुधियाना। कुख्यात गैंग्स्टर गोल्डी बराड़ के दो गुर्गों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एक बड़े रंगदारी गैंग का नेक्सस ब्रेक किया है।

    इन दोनों को हथियारों की सप्लाई और टारगेट देने वाले फिरोजपुर जेल में बंद शुभम ग्रोवर को लुधियाना पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर लिया है।

    उसने गोल्डी बराड़ के कहने पर फिरौती मांगने के लिए कारोबारियों की लिस्ट बनाई थी। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत पर्चे दर्ज हैं।

    पुलिस ने जतिन उर्फ सैम और जसप्रीत सिंह को किसी वारदात की योजना बनाते समय गिरफ्तार किया था, जोकि गैंग्स्टर गोल्डी बराड़ के लिए काम कर रहे थे।

    सूचना के आधार पर दोनों आरोपितों को वेद मंदिर चौक दरेसी ग्राउंड के पास से पकड़ा गया था।

    उनकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने शुभम ग्रोवर, वरिंदर चरण, मानव, विकास, राजेश उर्फ कन्नू, संदीप, नरेश सोनी, विक्रम कुमार, राजन सिद्धू उर्फ नन्नी और जतिन कटारिया के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था। पुलिस ने बताया कि गोल्डी बराड़ ने पूरे राज्य में लोगों से पैसे वसूलने के लिए एक गैंग बनाया है।

    पूछताछ में आरोपित जसप्रीत और जतिन ने बताया कि शुभम ग्रोवर के निर्देशों पर काम करते थे, जो फिरोजपुर जेल में बंद है।

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    करीब एक महीने पहले शुभम ने एक टारगेट के घर पर फायरिंग करने के लिए अमृतसर भेजा था, क्योंकि उसे जबरन वसूली के लिए धमकाना चाहते थे।

    हालांकि, पिस्तौल में खराबी आ गई और वो बिना फायरिंग लौट आए। दोनों ने बताया कि शुभम ने यह काम करने के लिए पिस्तौल अरेंज करवाकर दी थी।

    जांच से पता चलता है कि ग्रोवर सीधे गोल्डी बराड़ के संपर्क में है और बराड़ के निर्देशों पर जेल में बैठे-बैठे पंजाब में जबरन वसूली रैकेट चला रहा है।

    आरोपितों से जो मोबाइल मिले हैं, उनके वाट्सएप से पुलिस को काफी कुछ मिला है। हालांकि उसे पुलिस ने अभी डिस्क्लोज नहीं किया है। इसलिए पुलिस सारे फैक्ट्स को इकट्ठा कर रही है।

    आरोपित शुभम जेल में किस फोन से गोल्डी बराड़ से बात कर रहा था और उनकी लिस्ट में पंजाब के कौन-कौन से नाम हैं? इन सारे सवालों के जवाब फोन और आरोपितों दोनों से मिलेंगे।