Ludhiana News: हत्या के मामले से नाम निकलवाने के लिए 4 लाख रुपये, ADCP के नाम पर रिश्वत लेने वाले दो गिरफ्तार
लुधियाना में विजिलेंस ब्यूरो ने हत्या के एक मामले से नाम निकलवाने के नाम पर एक व्यक्ति से चार लाख रुपए लेने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों को जब तीन साल पुराने केस में राहत नहीं मिली तो उनके द्वारा मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस खेल का फर्जीवाड़ा दोनों की गिरफ्तारी के बाद सामने आया।

जागरण संवाददाता, लुधियाना। विजिलेंस ब्यूरो (Vigilance Bureau) ने हत्या के एक मामले से नाम निकलवाने के नाम पर एक व्यक्ति से चार लाख रुपए लेने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपित को जब तीन साल पुराने केस में राहत नहीं मिली तो उसने मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर (CM Anti-Corruption Helpline Number) पर शिकायत दी थी, जिसके बाद पुलिस ने विशाल कुमार और जतिंदर कुमार गिरफ्तार किया है।
विजिलेंस के प्रवक्ता ने दी मामले की जानकारी
इस मामले में विजिलेंस के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि न्यू सुभाष नगर, बस्ती जोधेवाल निवासी राजीव कुमार उर्फ रवि ने सीएम एंटी करप्शन एक्शन लाइन पर एक ऑनलाइन शिकायत दर्ज की गई थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उपरोक्त व्यक्तियों ने हत्या के एक मामले से नाम हटाने के लिए पहले ही 4 लाख रुपये उससे लिए हैं। शिकायत की आगे की जांच में पता चला कि मनोज कुमार और अन्य के खिलाफ 2020 में थाना बसती जोधेवाल में हत्या का मामला दर्ज हुआ था।
मनोज कुमार के खुलासे के बाद शिकायतकर्ता का नाम इस मामले में जोड़ा गया था। इसके बाद, विशाल कुमार ने शिकायतकर्ता से मुलाकात की और दावा किया कि वह लुधियाना के सुभाष नगर में ब्रांडेड गारमेंट स्टोर के मालिक जतिंदर कुमार से जुडा हुआ है। विशाल कुमार ने शिकायतकर्ता को आश्वासन दिया कि उसके लुधियाना में एक एडीसीपी के साथ संबंध हैं जो हत्या के मामले में पुलिस जांच कराकर उसकी बेगुनाही सुनिश्चित कर सकते हैं।
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शिकायतकर्ता ने किया 4 लाख रुपये देने का दावा
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि विशाल कुमार और जतिंदर कुमार ने अगस्त 2020 में उससे 4 लाख रुपये लिए थे। हालांकि, पैसे के बदले में उसे कोई राहत नहीं मिली। पुलिस छापेमारी के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जब वह दोनों आरोपितों के पास पहुंचा, तो उन्होंने उसे बताया कि 4 लाख रुपये का शुरुआती भुगतान केवल जांच शुरू करने के लिए था। शिकायतकर्ता को बाद में 25 अप्रैल, 2023 को जमानत मिल गई और अंत 18 अगस्त, 2023 को अदालत ने उसे बरी कर दिया।
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मामले की हुई गहन जांच
इसके बाद, वह 4 लाख रुपये वापिस करने की मांग करने लगा, लेकिन आरोपित व्यक्तियों ने अनुपालन नहीं किया। अंत में शिकायतकर्ता ने इस मामले में एक आधिकारिक शिकायत दर्ज की और विजिलेंस को सबूत के तौर पर आडियो रिकॉर्डिंग प्रदान की।
गहन जांच करने के बाद यह पता चला कि दोनों आरोपित व्यक्तियों ने पुलिस मामले में एडीसीपी लुधियाना से अपने संबंध के बहाने 4 लाख रुपये की मांग की थी और प्राप्त भी किया था। प्रवक्ता ने बताया कि इस संबंध में विजिलेंस पुलिस ने विशाल कुमार और जतिंदर कुमार के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया है और इस मामले में आगे की जांच जारी है।

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