बॉलीवुड सिंगर रिचा शर्मा बोलीं, गर्मजोशी से स्वागत करना पंजाबियों की खासियत
सात साल की उम्र से मैंने चौंकी जागरण में गाकर अपने करिअर की शुरुआत की थी इसके लिए पंजाब के हर शहर में आना-जाना लगा रहता था। यह कहा गायिका रिचा शर्मा ने।
जेएनएन, लुधियाना। पंजाबियों की खासियत है कि वह हर किसी का गर्मजोशी के साथ स्वागत करते हैं। शायद यही कारण है कि मुंबई से जब भी मैं पंजाब आती हूं तो ऐसा कभी नहीं लगा कि मैं कहीं बाहर आई हूं। मैं पंजाब के किसी एक शहर के बारे यह नहीं कहूंगी कि यह शहर अच्छा है। जहां भी जाती हूं, सब जगह अच्छा ही लगता है। मुंबई से पंजाब आकर मेरी बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं। सात साल की उम्र से मैंने चौंकी, जागरण में गाकर अपने करिअर की शुरुआत की थी, इसके लिए पंजाब के हर शहर में आना-जाना लगा रहता था। यह कहा गायिका रिचा शर्मा ने।
वह शनिवार को सारेगामापा के लाइव कॉन्सर्ट के लिए शहर पहुंची थी। इसके बाद दैनिक जागरण के सिटी कार्यालय में पहुंचकर विशेष बातचीत की। उन्होंने कहा कि हर चीज की शुरुआत में काफी मेहनत करनी पड़ती है। जब उनके करिअर की शुरुआत हुई तो राजस्थानी, हरियाणवी गाने मिला करते थे, थोड़ी मेहनत के बाद सूफी गाने मिले और फिर म्यूजिक डायरेक्टर के सामने पहचान बनी।
इस तरह एक के बाद एक जबरदस्त हिट गाने माही वे, मोहब्बतां सचियां ने, बिल्लो रानी. आदि गीत गाए और लोगों से खूब प्यार भी मिला। मैं एक बात कहना चाहूंगी कि मुझे वर्ष 1995 में सारेगामापा के सीधे प्रतिभागी के लिए कॉल आई थी पर मैंने यह कहकर मना कर दिया था कि अभी मुझे और मेहनत की जरूरत है। मेहनत ही एक ऐसी वजह है कि बीस सालों बाद मैं उसी शो में जज हूं। एक सवाल के जवाब में रिचा ने कहा कि गायिका बनने का सपना मेरा बचपन से ही रहा। मेरी सफलता में परिवार ने पूरा सहयोग दिया है।
आजकल गानों में सही लिरिक्स नहीं आ रहे
एक सवाल के जवाब में रिचा ने कहा कि आजकल बहुत से रिमेक्स बन रहे हैं पर उनमें नयापन कुछ भी नहीं होता है। आज के समय में लिरिक्स की बात करें तो वह भी सही नहीं आ रहे, लिरिक्स की हमेशा सही मर्यादा रहनी चाहिए।
टेलेंट को उभारते हैं रियलिटी शो
रिएलिटी शोज आज के समय में हर किसी का टैलेंट उभारते हैं पर उसके साथ भी प्रतिभागी को मेहनत करनी पड़ती है। गायक अरिजीत सिंह, श्रेया घोषाल, शेखर रिएलिटीज शोज का ही परिणाम हैं। कभी यह न सोचें कि शो हमने जीत लिया तो हमारा लाइफ स्टाइल ही बदल गया।
पंजाब जैसा खाना कहीं नहीं : रवि दुबे
शहर में सारेगामापा के एंकर रवि दुबे, म्यूजिक डायरेक्टर अमाल मलिक भी पहुंचे। रवि दुबे ने कहा कि पंजाब उन्हें बेहद पसंद हैं, यहां जैसा खाना किसी दूसरी जगह नहीं है। जहां तक पंजाबी इंडस्ट्री की बात करें तो इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता। हालांकि उन्हें पंजाबी नहीं आती। अगर पंजाबी आती होती तो वह इस इंडस्ट्री में भविष्य अजमाते। उन्होंने युवाओं से कहा कि वह सपने जरूर देखें, उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत करें, उनके सपने जरूर पूरे होंगे।
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