Punjab Politics: लुधियाना में नहीं चला सुखबीर बादल का जादू, शिअद के प्रधान बनते ही मिली हार
लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। सुखबीर बादल के नेतृत्व में चुनाव प्रचार के बावजूद पार्टी को सफलता नहीं मिली और वह 2022 की तरह इस बार भी चौथे स्थान पर रही। शिअद शहरी क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में विफल रहा, जबकि उसने 2007 में यह सीट आखिरी बार जीती थी।

सुखबीर को प्रधानगी संभालते ही मिली हार। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। लुधियाना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। तमाम विवादों के बाद पार्टी की पुन: कमान संभालने वाले सुखबीर बादल ने उपचुनाव के जरिये अपने राजनीतिक करियर को मजबूत करने की कोशिश की और चुनाव प्रचार की कमान भी संभाली, लेकिन सफलता नहीं मिली।
2022 से 2025 के बीच शिअद की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। 2022 में भी पार्टी चौथे स्थान पर थी और 2025 में भी वही स्थिति रही। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद यह छठा उपचुनाव था। नवंबर में चार विधानसभा हलकों का चुनाव शिअद ने लड़ा ही नहीं।
सुखबीर बादल के नेतृत्व में एक बार फिर लुधियाना पश्चिम का उप चुनाव लड़ा गया। पार्टी को उम्मीद थी कि वह शहरी क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा सकेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। 2007 में शिअद ने इस सीट पर अंतिम बार जीत हासिल की थी, लेकिन इसके बाद यह सीट भाजपा के पास चली गई। इस बार भी शिअद इसे हासिल नहीं कर पाया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।