Misdeed Case: पूर्व MLA सिमरजीत सिंह बैंस लुधियाना पुलिस की छापामारी में बचकर भागे, भाई करमजीत गिरफ्तार
Misdeed Caseदुष्कर्म केस में फंसे पूर्व विधायक सिमरजीत बैंस के भाई काे शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में करमजीत बैंस सहित छह आरोपित सामिल हैं। इस मामले में अदालत ने सभी को भगोड़ा करार दिया था।
जागरण संवाददाता, लुधियाना। Misdeed Case: दुष्कर्म मामले में फंसे पंजाब के पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को लेकर बड़ी खबर आई है। पुलिस ने लोक इंसाफ पार्टी के प्रमुख सिमरजीत की फैक्ट्री में छापामारी करके उनके भाई करमजीत बैंस को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इस दौरान सिमरजीत फरार होने में कामयाब रहा। उसकी तलाश में पुलिस छापामारी कर रही है।
44 वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म केस में पूर्व विधायक सिमरजीत बैंस के अलावा उनके भाई करमजीत बैंस सहित 7 लोग आरोपित हैं। अदालत ने सभी को भगोड़ा करार दिया था। थाना डिवीजन नंबर छह की एसएचओ मधुबाला ने करमजीत सिंह बैंस की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक सिमरजीत बैंस सहित अन्य आरोपितों की तलाश में छापामारी की जा रही है।
बताया जाता है कि सिमरजीत बैंस की जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज होने के बाद पुलिस हरकत में आई है। पुलिस पर पहले भी आरोप लगते रहे हैं कि कांग्रेस की शह पर बैंस को लंबे समय से गिरफ्तार नहीं किया गया। अब आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। यह भी आरोप लगते रहे हैं कि लुधियाना के एक पूर्व मंत्री के करीबी होने के कारण बैंस अब तक बचते रहे।
दुष्कर्म मामले में पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस सहित सभी सात भगोड़ों का पुलिस द्वारा जारी इश्तिहार।
मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने अचानक सिमरजीत बैंस की फैक्ट्री में छापा मारा। हालांकि वह पहले ही निकल चुके थे। मौके पर छह आरोपितों में से एक बैंस के भाई करमजीत बैंस मौजूद थे। पुलिस ने तत्काल उन्हें हिरासत में ले लिया और थाने पहुंची। उधर, बैंस समर्थक भी थाने में पहुंच बाहर खड़े हैं।
लुधियाना के पुलिस थाना डिवीजन नंबर छह पहुंचे पूर्व विधायक बैंस के समर्थक।
चुनाव से पहले सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी पर लगाई थी रोक
बता दें कि, विधानसभा चुनाव से पहले भी तत्कालीन विधायक सिमरजीत सिंह बैंस की गिरफ्तारी पर कई बार चर्चाएं उठी। उन्हें लगा कि वह गिरफ्तार हुए तो चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और याचिका दायर करते हुए कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वी उन्हें हराने के लिए यह ड्रामा रच रहे हैं। इसलिए उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई जाए। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। हालांकि बाद में बैंस आप उम्मीदवार कुलवंत सिंह सिद्धू से चुनाव हार गए।
लगातार सीपी दफ्तर पर धरना दे रही है महिला
पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस व अन्य छह आरोपितों पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला पिछले एक साल से पुलिस कमिश्नर कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठी है। इस दौरान दो पुलिस कमिश्नर बदल गए, लेकिन महिला वहीं न्याय के लिए बैठी हुई है। पहले पुलिस काफी समय तक आरोपितों पर केस दर्ज करने में आनाकानी करती रही। बाद में अदालत के निर्देश पर पुलिस ने थाना डिवीजन नंबर छह में 10 जुलाई, 2021 को बैंस सहित सात आरोपितों पर दुष्कर्म का केस दर्ज किया था। उसके बाद अदालत ने उन्हें भगोड़ा करार दिया और बैंस के निवास पर भगोड़े के इश्तिहार लगाए गए।
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