Punjab: शादी समारोहों पर फिर Corona की मार, 20 लोगों की पाबंदी से होटल व रिजॉर्ट को भारी नुकसान
लुधियाना मैरिज पैलेस वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरजीत सिंह संत ने कहा कि सरकार ने केवल 20 लोगों की गैदरिंग में शादी की अनुमति प्रदान की है। इससे होटल एंव रिसार्ट बंदी की कगार पर पहुंच गए हैं।
लुधियाना [मुनीश शर्मा]। पिछले एक साल से हाशिए पर चल रहे होटल व रिजॉर्ट्स को दो महीने पहले कुछ राहत मिलनी शुरू हुई थी। हालांकि कोरोना मामलों में दोबारा बढ़ोतरी के चलते औधोगिक नगरी लुधियाना की होटल व रिजॉर्ट इंडस्ट्री के लिए बुरे दिन फिर शुरू हो गए हैं। जिला प्रशासन ने शादी समारोह में केवल 20 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी। इस आदेश के बाद होटल व रिजॉर्ट इंडस्ट्री पर संकट के बादल छा गए हैं। मार्च के बुक हुए कार्यक्रम रद होने के बाद अब अप्रैल के लिए बुकिंग का दौर भी खत्म हो गया है। यहां तक कि अब लोग पूछताछ के लिए भी नहीं आ रहे। नाइट कर्फ्यू और 20 लोगों की पाबंदी से जिले के 130 मैरिज पैलेस मुश्किल में पड़ गए हैं।
मुख्यमंत्री से मिलेंगे होटल और रिजॉर्ट मालिक
ज्ञात हो कि औद्योगिक नगरी लुधियाना शाही शादियों के लिए पंजाब ही नहीं बल्कि देश भर में जाना जाता है। ऐसे में एक साल बीत जाने के बाद दोबारा लॉकडाउन जैसे आसार होने से अब होटल व रिजॉर्ट इंडस्ट्री के लिए अपने स्टाफ के साथ साथ होटल की मेंटीनेंस कर पाना ही मुश्किल हो गया है। होटल व रिजॉर्ट प्रबंधक इसे लेकर शीघ्र मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलेंगे और समस्या के समाधान की गुहार लगाएंगे। वे सरकार से मांग करेंगे कि उन्हें नियमों के दायरे में कुछ राहत दी जाए।
पंजाब सरकार जल्द गाइडलाइन बनाकर राहत दे
लुधियाना मैरिज पैलेस वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरजीत सिंह संत के मुताबिक सरकार ने केवल 20 लोगों की गैदरिंग में शादी की अनुमति प्रदान की है। इससे होटल एंव रिसार्ट बंदी की कगार पर पहुंच गए हैं। पहले ही एक साल से इंडस्ट्री परेशानियों के दौर से गुजर रही है। इसलिए, सरकार गाइडलाइन बनाकर जल्द राहत दे। इतने बड़े-बड़े पैलेस होने के कारण पाबंदी से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्टाफ के साथ साथ मेंटीनेंस के खर्च को लेकर भी इंडस्ट्री परेशान है। पैलेसों की ओर से लिकर लाइसेंस, निगम फीस सहित सरकारी सारे टैक्स भी बंद के बावजूद समय से दिए हैं।
इंडस्ट्री लंबे समय तक पाबंदी नहीं झेल सकती
पंजाब होटल एवं रैस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रधान अमरवीर सिंह के मुताबिक बंद किसी समस्या का हल नहीं हैं। सरकार को गाइडलाइन के साथ होटल इंडस्ट्री को खोलने की इजाजत देनी चाहिए। बीस लोगों की संख्या बेहद कम है। हर सेक्टर में काम नियमों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है लेकिन होटल एवं रैस्टोरेंट के लिए सख्ती से कई लोगों के बेरोजगार होने का भय है। होटल इंडस्ट्री लंबे समय तक बंद के चलते खर्च वहन करने में सक्षम नहीं है।