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    पंजाब में ऑर्गेनिक खेती के नाम पर 87 करोड़ की ठगी, पुलिस ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 12:26 PM (IST)

    लुधियाना के खन्ना में ऑर्गेनिक खेती के नाम पर किसानों से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। जनरेशन ऑफ फॉर्मिंग नामक कंपनी ने पंजाब हरियाणा और अन्य राज्यों में आउटलेट खोलकर यह ठगी की। पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जिनमें से कुछ गिरफ्तार हो चुके हैं।

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    ऑर्गेनिक खेती के नाम पर किसानों से करोड़ो रुपये की ठगी

    जागरण टीम, खन्ना (लुधियाना)। पुलिस ने जैविक खेती के नाम पर चल रही एक बड़ी धोखाधड़ी का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। एसएसपी डॉ. ज्योति यादव बैंस के निर्देशन में समराला पुलिस ने जनरेशन ऑफ फार्मिंग कंपनी पर छापा मारकर यह कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपितों से छह लैपटॉप, चार सीपीयू, चार स्क्रीन और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं।

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    गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बिक्रमजीत सिंह निवासी गहलेवाल, अमित खुल्लर निवासी नवां पुरबा फिरोजपुर, हरप्रीत सिंह निवासी गहलेवाल और अवतार सिंह निवासी खिरनिया के रूप में हुई है। इनसे पहले भी दो आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। जांच में सामने आया कि यह गिरोह कई नामों से फर्में बनाकर काम कर रहा था, जिनमें जनरेशन ऑफ फार्मिंग, होप ऑफ फार्मिंग, रंधावा एंटरप्राइजेज, गोफ ट्रेडिंग, किसान ऑफ पंजाब एग्रो नर्सरी, गोफ फिटनेस लैब, गोफ फैमिली केयर प्रोडक्ट्स और गोफ मिल्क प्रोडक्ट्स शामिल हैं।

    21 बैंक खातों में 87 करोड़ का लेनदेन हुआ इन कंपनियों के 21 बैंक खातों में एक जनवरी 2025 से अब तक लगभग 87 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए करीब 60 लाख रुपये फ्रीज कर दिए हैं। इस गंभीर मामले की जांच के लिए एक विशेष एसआईटी बनाई गई है, जिसमें नोडल अधिकारी एसपी (डी) खन्ना हैं, जबकि डीएसपी समराला, डीएसपी (डी) और इंस्पेक्टर विनोद कुमार सदस्य हैं। जीजा-साले से 25.27 लाख की ठगी फुलावाल निवासी जोगिंदर कुमार ने 17 सितंबर को समराला थाने में शिकायत दी थी कि कंपनी ने उनसे और उनके जीजा से 25 लाख 75 हजार रुपये की ठगी की।

    आरोपियों ने उन्हें जैविक उत्पादों में निवेश पर आठ प्रतिशत मासिक लाभ का लालच दिया था। शुरुआत में थोड़ी राशि वापस की गई, लेकिन बाद में भुगतान बंद कर दिया गया। शिकायत पर मुकदमा संख्या 247 दर्ज किया गया और अगले दिन दूसरी शिकायत पर मुकदमा संख्या 248 भी दर्ज हुआ।

    एसएसपी डॉ. ज्योति यादव बैंस ने बताया कि गिरोह की कार्यप्रणाली लोगों को पहले छोटा लाभ देकर विश्वास में लेना और फिर बड़ी रकम हड़प लेना थी। उन्होंने कहा कि मामले की गहराई से जांच जारी है और संभव है कि और भी शिकायतें सामने आएं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी निवेश योजना में पैसा लगाने से पहले उसकी पूरी तरह जांच-पड़ताल करें।