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    लुधियाना में 6 महीने से नहीं मिल रही NOC, जमीन की खरीद-फरोख्त बंद; लोगों की बढ़ी परेशानी

    Updated: Tue, 23 Sep 2025 05:30 AM (IST)

    लुधियाना में अवैध कॉलोनियों में प्लाट की एनओसी बंद होने से खरीद-फरोख्त रुक गई है जिससे घर बनाने वालों को परेशानी हो रही है। ग्लाडा ने मार्च 2025 से यह सुविधा बंद कर दी है जिससे कई सौदे अटके हैं और बिजली कनेक्शन नहीं मिल रहे। लोग रीयल एस्टेट पॉलिसी में बदलाव की मांग कर रहे हैं।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    विजय मौर्य, लुधियाना। महानगर में अवैध कॉलोनियों में प्लाट की एनओसी बंद कर दी गई है। ऐसे में जमीनों की खरीद-फरोख्त बंद हो गई है। वहीं, घर बनाने का सपना देख रहे लोगों को घर बनाने में मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।

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    लोगों को बिजली कनेक्शन नहीं मिल रहा। ग्रेटर लुधियाना एरिया डेवलपमेंट अथारिटी (ग्लाडा) ने एनओसी लेने की सुविधा मार्च 2025 से बंद कर दी है।

    करीब छह माह से एनओसी दोबारा नहीं खोले जाने से परेशानी बढ़ गई है। ऐसे में कई लोगों के प्लाट के सौदे फंस गए हैं। वहीं जिन्होंने ब्लाट लेकर घर बनाए, उन्हें बिजली कनेक्शन नहीं मिल रहे हैं। लिहाजा लोग अब ठगा महसूस कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि अब वे करें।

    सरकार ने 2024 अक्टूबर में अवैध कॉलोनियों में प्लाट पर एनओसी लेने की शर्त हटा ली थी। इसके चलते अवैध कॉलोनियों में प्लाट की खरीद-फरोख्त हुई। लोगों ने घर भी बनाए, लेकिन मार्च 2025 में सरकार ने एनओसी की सुविधा बंद कर दी।

    तब से रीयल स्टेट कारोबार पर मंदी आ गई। बताया जा रहा है कि 60 हजार से ज्यादा प्लाट जिनके सौदे होने थे, प्लाट बेचे नहीं जा सके हैं। वहीं, घर बनाने का काम भी रुक गया है। अहम बात यह है कि 2024 अक्टूबर से पहले ग्लाडा से एनओसी मिल जाती थी। प्लाट की एनओसी मिल जाने पर वैध हो जाता था। जिसे खरीदा-बेचा जा सकता था।

    वहीं, मकान बनाने पर बिजली कनेक्शन मिल जाता था। लेकिन अब सरकार ने एनओसी बंद कर दी है। लिहाजा लोग परेशान हैं। असल में सरकार ने रीयल स्टेट पॉलिसी में बदलाव लाने की मांग कर रहे हैं।

    इस मुद्दे को लेकर लोगों में रोष है। कई लोगों ने कर्ज लेकर तो कुछ ने किश्त में प्लाट खरीदे हैं। कई लोगों ने निवेश संबंधी प्रापर्टी में पैसा लगाया है। अब संपत्ति उनके नाम न होने से वे उस पर लोन भी नहीं ले पा रहे। इस समय स्थिति यह है कि हजारों लोग अपने प्लाट को लेकर असमंजस में हैं।

    न तो प्लाट बिक रहा, न ही घर बना सकते

    मुंडियां निवासी अंगद सिंह ने बताया कि सरकार ने रीयल स्टेट पालिसी को आगे नहीं बढ़ाया। फरवरी में मैंने प्लाट लिया था। अब उनका प्लाट फंस गया है। सरकार ने एनओसी बंद कर दी है। न तो प्लाट बिक रहा है न ही घर बना सकते हैं क्योंकि एनओसी नहीं मिल रही।

    चंडीगढ़ रोड, जीके स्टेट निवासी गुरमीत सिंह ने बताया कि सरकार ने जब एनओसी की शर्त खत्म की, एक माह बाद प्लाट लिया। अब घर बनाना था तो एनओसी नहीं मिल रही। इस वजह से अब वे घर नहीं पा रहे हैं। सरकार से मांग है कि एनओसी की शर्त खत्म की जाए।

    जम्मू कॉलोनी निवासी इकबाल सिंह ने बताया कि उनका 100 गज का प्लाट है। उसे बेचना था, लेकिन एनओसी बंद होने से बेच नहीं पा रहा। इससे उनका नुकसान हो रहा है। पैसे की जरूरत थी। अब उनकी चिंता बढ़ गई है।

    सरकार पॉलिसी को रिवाइज कर दुबारा से एनओसी की शर्त हटाए : चोपड़ा

    लुधियाना प्रापर्टी डीलर एसोसिएशन के प्रधान लक्की चोपड़ा ने बताया कि अवैध कालोनी में एनओसी बंद कर देने से आम लोगों की परेशानी बढ़ी है तो सरकार का करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। लुधियाना में रजिस्ट्री होनी कम हो गई है। दूसरा जिन्होंने घर बनाने थे या सौदे तय किए थे, वे रुक गए हैं।

    सरकार ने जिस तरह से 2024 में पालिसी के तहत अवैध कॉलोनी में प्लाटों की एनओसी की शर्त हटा ली थी, लोगों का फायदा हुआ। उसी तरह से सरकार लोगों के लिए पालिसी को रिवाइज कर दुबारा से एनओसी की शर्त हटा दें। दूसरा नई अवैध कॉलोनी न बनने दें। इस तरह से सरकार और लोगों को फायदा होगा।