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    लुधियाना सहजप्रीत हत्याकांड: आरोपित स्वर्ण ने कबूला गुनाह, नौकर बोलकर मां से दूर करना चाहती थी भाभी, इसलिए उसका बेटे ही दूर कर दिया

    घर में रोजाना होने वाला कलेश ही सहजप्रीत की मौत का कारण बना है। स्वर्ण सिंह ने पुलिस के समक्ष कबूला है कि उसकी भाभी सिमरजीत कौर और उसकी पत्नी आपस झगड़ती रहती थीं और उसके साथ ही दोनों उसे भी बुरा-भला बोलती थीं।

    By Vinay KumarEdited By: Updated: Mon, 22 Aug 2022 10:55 AM (IST)
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    लुधियाना सहजप्रीत हत्याकांड : पुलिस के सामने आरोपित स्वर्ण सिंह गुनाह कबूला है।

    लुधियाना [दिलबाग दानिश]। अब्दुल्लापुर बस्ती के सहजप्रीत के साथ ही कई रिश्तों का भी कत्ल हुआ है। इसमें ताया-भतीजा, जेठ-भाभी और भाई-भाई के रिश्ते का भी कत्ल हुआ है। एक तरफ सिविल अस्पताल में बच्चे के शरीर का पोस्टमार्टम हो रहा था तो दूसरी तरफ बस्ती की संकरी सी गली में लोग इन रिश्तों का पोस्टमार्टम कर रहे थे। यही बातें हो रही थीं कि अब विश्वास किया जाए तो किस पर? क्योंकि जिस ताया ने भाई के घर बेटी के जन्म के सात साल बाद बेटे का जन्म होने पर खुशियां मनाई थीं, उसी ने उसकी हत्या कर दी। हालांकि अब उसका कहना है कि उसने पाप कमाया है और इससे उसे बहुत अफसोस है।

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    दरअसल, घर में रोजाना होने वाला कलेश ही सहजप्रीत की मौत का कारण बना है। स्वर्ण सिंह ने पुलिस के समक्ष कबूला है कि उसकी भाभी सिमरजीत कौर और उसकी पत्नी आपस झगड़ती रहती थीं और उसके साथ ही दोनों उसे भी बुरा-भला बोलती थीं। वह अपनी मां की सेवा करता था तो भाभी उसे हमेशा मां का नौकर ही बोलती थी। उसकी पत्नी और छोटे भाई की पत्नी दोनों सगी बहनें हैं। वे दोनों उसे अपनी मां से दूर करना चाहती थीं। वह तानों से तंग आ चुका था और इसीलिए उसने सिमरजीत कौर को उसे बेटे से दूर कर दिया है।

    100 गज के घर को लेकर भी रहता था झगड़ा

    स्वर्ण सिंह और उसके भाई जगजीत सिंह के पास पिता का पुराना 100 गज का घर था और इसे लेकर ही उनके परिवार में काफी झगड़ा रहता था। छह माह पहले ही घर का बंटवारा कर 60 गज जगह स्वर्ण सिंह को दी गई थी और 40 गज जगह में जगजीत सिंह रहता था। घर में छोटी-छोटी बातों लेकर भी काफी कलेश रहता था। इसी के चलते स्वर्ण सिंह परेशान रहने लगा था। पहले वह आटो चलाता था और इससे परिवार चलाने लायक कमाई कर लेता था, मगर लाकडाउन में आटो बेचना पड़ गया और फिर कमाई बंद हो गई।