मीठा बोलना हमारी संस्कृति की पहचान : साध्वी रत्न संचिता
तपचंद्रिका श्रमणी गौरव महासाध्वी वीणा महाराज नवकार आराधिका महासाध्वी सुनैया म. प्रवचन भास्कर कोकिला कंठी साध्वी रत्न संचिता महाराज विद्याभिलाषी अरणवी म. नवदीक्षिता साध्वी अर्शिया नवदीक्षिता आर्यनंद ठाणा-6 ने जैन स्थानक शिवपुरी में सुखसाता विराजमान हुए है।

संस, लुधियाना : तपचंद्रिका श्रमणी गौरव महासाध्वी वीणा महाराज, नवकार आराधिका महासाध्वी सुनैया म., प्रवचन भास्कर कोकिला कंठी साध्वी रत्न संचिता महाराज, विद्याभिलाषी अरणवी म., नवदीक्षिता साध्वी अर्शिया, नवदीक्षिता आर्यनंदा ठाणा-6 ने जैन स्थानक शिवपुरी में सुखसाता विराजमान हुए है। इस अवसर पर वीणा महाराज के सानिध्य में सर्वप्रथम मंगल पाठ सुना कर सभी के लिए नववर्ष के आगमन पर शुभकामनाएं मांगी कि आने वाला समय सभी के लिए मंगलमय हो, जो गत वर्ष निकल गया, उसको भूल सभी नई शुरुआत करे। इस अवसर पर संचिता महाराज ने कहा कि वचन का मतलब बोलना, कैसा बोलना मीठा या तीखा हम इस बात को समझ सकते है कि मीठा बोलना हमारी अपनी संस्कृति है, क्योंकि मीठा बोल सभी को प्यारा एवं अमृत जैसा लगता। कहते है कि वचन में इतनी ताकत होती है कि दूसरों को भी अपना बना लेते है। उन्होंने कहा कि ऐसी वाणी बोलीये, मन का आप खोल- ओरो को शीतल करे, आप शीतल। ऐसे शब्द अगर हर मानव जाति के अंदर आ जाए तो संसार का हर एक झगड़ा खत्म हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि जो महान आत्माएं ब्रह्मचार्य व्रत का पालन करते हैं। समस्त देवी शक्तियां उनके चरणों में गिरकर झुककर खड़ी रहती है। देव दानव संग्रह यश राक्षस और किन्नर से सभी प्रधान नारी के चरणों में भक्ति भाव पूर्वक नमस्कार करते है। इस अवसर पर सभाध्यक्ष विनीत जैन को समस्त पदाधिकारियों ने नव नियुक्त पंजाब चैप्टर का अध्यक्ष पर सम्मानित किया। सभी पदाधिकारियों ने नववर्ष की बधाई देते हुए सभी के लिए सुख व शांति की कामना की।
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