श्री दंडी स्वामी धर्मसंघ संस्कृत महाविद्यालय में गुरु पूर्णिमा उत्सव समारोह 13 को
श्री दंडी स्वामी धर्मसंघ संस्कृत महाविद्यालय हैबोवाल कला में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा तदनुसार 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा।

संस, लुधियाना : श्री दंडी स्वामी धर्मसंघ संस्कृत महाविद्यालय हैबोवाल कला में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा तदनुसार 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता दंडी स्वामी देवानित्यानंद सरस्वती महाराज करेंगे। ट्रस्ट के सदस्यों ने बताया कि पादुका पूजन प्रात दस बजे, रुद्राभिषेक का आयोजन 11 बजे, महाप्रसाद भंडारा 12 बजे होगा। दंडी स्वामी देवानित्यानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि प्राचीन काल से ही यह पर्व व्यास पूर्णिमा के रुप में मनाया जाता है। शास्त्रों में इस प्रकार से उल्लेख प्राप्त होता है।
इसी दिन कृष्ण द्वैपायन वेद व्यास का प्राकटय हुआ था और मतान्तर से इसी दिन विश्व कल्याणार्थ अपने अष्टादश पुराणों का विमोचन किया था। तभी से इस दिन को व्यास पूर्णिमा कहा जाता है। वेद परंपरा के बाद पुराणों का महत्व सर्वसम्मति है। पुराण परंपरा के सभी विद्वानों ने श्री वेदव्यास को गुरु के रुप में प्रतिष्ठित किया है। अत: व्यास पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन सभी शिष्यगण अपने अपने गुरु के प्रति श्रद्धाभाव प्रकट करते हुए गुरु पूजन वेद व्यास जी द्वारा लिखित संस्कृत वाड्मय का स्वाध्याय करते है। गुरु पूर्णिमा उन सभी आध्यात्मिक एवं शैक्षणिक गुरुजनों को भी समर्पित है, जो स्वयं संसाधनों के अभाव में रहते हुए भी विद्यार्थियों को सर्वाडगीण विकास करते हैं।
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