कम लोड, ज्यादा खपत! ओवरलोड ट्रांसफार्मरों से बार-बार ब्लास्ट, लुधियाना में बढ़ा बिजली संकट
लुधियाना में गर्मी के साथ बिजली संकट बढ़ रहा है। ट्रांसफार्मर बार-बार खराब हो रहे हैं जिससे कई इलाकों में अघोषित कटौती हो रही है। विशेषज्ञ इसका कारण घ ...और पढ़ें

विजय मौर्य , लुधियाना। गर्मी का मौसम आते ही लुधियाना में बिजली संकट गहराता जा रहा है। शहर के विभिन्न इलाकों में ट्रांसफार्मर बार-बार फुंक रहे हैं, जिससे कई कॉलोनियों में अघोषित बिजली कटौती आम हो गई है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इसकी सबसे बड़ी वजह घरों में बिजली कनेक्शन के लिए कम लोड दिखाना और खपत ज्यादा करना है, जिससे ट्रांसफार्मर ओवरलोड होकर ब्लास्ट कर रहे हैं।
लोग अक्सर बिजली कनेक्शन के लिए केवल 5 या 10 किलोवाट का लोड दिखाते हैं, जबकि हकीकत में उनके घरों में 2–4 एयर कंडीशनर, फ्रिज, पंखे, वाशिंग मशीन और कई इलेक्ट्रानिक उपकरण लगातार चल रहे होते हैं। एक टन का एसी ही करीब 3.5 किलोवाट का होता है।
ऐसे में वास्तविक खपत कागज़ी लोड से कई गुना ज्यादा निकलती है। लुधियाना के कई मोहल्लों में 100 से 200 किलोवाट क्षमता वाले ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं, जो इलाके की अनुमानित लोड जरूरतों के अनुसार हैं। लेकिन जैसे ही तापमान चढ़ता है, बिजली की मांग बढ़ जाती है और ट्रांसफार्मर ओवरहीट होकर फेल हो जाते हैं। कई इलाकों में ये फाल्ट सीधे ट्रांसफारमर ब्लास्ट का कारण बनते हैं।
पावरकाम की लापरवाही: न चेकिंग, न डाटा अपडेट
एक ओर लोग गलत लोड डिक्लेयर कर रहे हैं, तो दूसरी ओर पावरकॉम भी घरों में लोड चेकिंग को लेकर गंभीर नहीं दिख रही। कर्मचारियों की कमी के कारण न तो नियमित सर्वे हो पा रहा है और न ही ट्रांसफार्मर लगाने की योजना लोड के सही आंकड़ों पर आधारित हो रही है।
कुंडी का कहर: स्लम एरिया में चोरी से खपत
शहर में करीब 30 लाख की आबादी और 14.5 लाख रजिस्टर्ड कनेक्शन हैं, लेकिन स्लम क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोग कुंडी लगाकर बिजली चोरी कर रहे हैं। ये अनऑथराइज्ड कनेक्शन ट्रांसफार्मरों पर अतिरिक्त बोझ डाल रहे हैं, जो ओवरलोडिंग का एक बड़ा कारण बन चुका है।
सही लोड बताएं, संकट से बचें : चीफ इंजीनियर
सेंट्रल जोन के चीफ इंजीनियर जगदेव सिंह हांस ने माना कि ट्रांसफार्मर फेल होने की घटनाएं बढ़ रही हैं और इसकी मूल वजह लोड की गलत जानकारी है। उन्होंने अपील की कि उपभोक्ता अपने वास्तविक बिजली लोड की जानकारी पावरकॉम को दें ताकि उसी अनुसार ट्रांसफार्मर और लाइनें लगाई जा सकें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जल्द ही विभाग चेकिंग अभियान चलाएगा और जहां लोड से अधिक खपत मिलेगी, वहां चालान और जुर्माना किया जाएगा।

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