भगवान श्रीकृष्ण ने सदैव कर्म करने का उपदेश दिया है : साध्वी सौम्या
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा आशियाना कालोनी, गाव जस्सियां में पांच दिवसीय श्री कृष्ण कथा का आयोजन किया गया।
संस, लुधियाना : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा आशियाना कालोनी, गाव जस्सियां में पांच दिवसीय श्री कृष्ण कथा का आयोजन किया गया। स्वामी प्रकाशानंद, चमन लाल चेतली (एमडी. चेतली एस्टेट), तेजिंदर पाल सिंह, रमा चोपड़ा, गौरी शकर, दिलीप, राम आसरा ने ज्योति प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। साध्वी सौम्या भारती ने प्रभु की पावन पुनीत कथा का वाचते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने सदैव कर्म करने का उपदेश ही दिया है। भगवान श्री कृष्ण अपने चरित्र से यह ही समझाना चाहते हैं कि कोई भी इंसान स्थान, जाति, भाषा आदि से महान नहीं होता, वह अपने कर्मो से महान होता है।
साध्वी ने प्रभु की लीलाओं के बारे में कहा कि जब प्रभु के नामकरण का समय आया तो उनका नाम कृष्ण रखा गया, क्योंकि वे सभी को अपनी ओर आकर्षित करते थे। शाम वर्ण के होते हुए भी वे सभी के प्यारे थे। गोपियां जब तक उन्हें देख नहीं लेती थी तब तक उन्हे कोई काम अच्छा नहीं लगता था। उन्होंने कहा कि जैसे दूध का सार माखन है। ठीक वैसे ही जीवन का सार भी भगवान ही है। इंसान माया के अधीन होकर अपने जीवन का निर्वाह करता है और छाछ रूपी माया के पीछे भटकता-भटकता अपने जीवन को समापत कर लेता है। प्रभु श्री कृष्ण जी सभी को यही संदेश देते हैं कि आप भी माखन को प्राप्त करो भाव कि प्रभु को प्राप्त करो, जिससे जीवन की सच्चाई सामने आए। कथा को विराम प्रभु की पावन आरती से हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।