लुधियाना में दो ASI की हत्या के बाद कैंटर से नशा निकाल कार में डालते रहे बेखौफ तस्कर, CCTV में खौफनाक तस्वीरें कैद
लुधियाना में नशा तस्करों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दो एएसआइ की हत्या कर दी। इसके बाद बेखौफ तस्कर कैंटर से नशा निकालकर कार में डालते रहे। लहूलुहान पुलिसकर्मी तड़प रहे थे और तस्कर नशे को कार में रखने में व्यस्त थे।
जगराओं, (लुधियाना) जेएनएन। जगराओं नई दाना मंडी में शनिवार शाम को नशा तस्करों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दो एएसआइ की हत्या कर दी। इसके बाद बेखौफ तस्कर कैंटर से नशा निकालकर कार में डालते रहे। लहूलुहान पुलिसकर्मी तड़प रहे थे और तस्कर नशे को कार में रखने में व्यस्त थे। वारदात के समय की एक वीडियो से पता चला कि उन्हें इस बात का भी कोई मलाल नहीं था कि दो पुलिस अफसरों को मार दिया है।
गौरतलब है कि दाना मंडी में उस समय सैकड़ों लोग मौजूद थे। मंडी में काम करने वाले मजदूरों के अलावा कई युवा क्रिकेट खेल रहे थे। तस्कर फायरिंग के बाद एएसआइ भगवान सिंह का मोबाइल भी साथ ले गए। दोनों पुलिस कर्मियों के पास सर्विस हथियार था या नहीं, इसका पता नहीं चल पाया है। एसएसपी चरणजीत सिंह सोहल ने भी फिलहाल इस घटना के बारे में कुछ बताने से इंकार कर दिया है।
दोनों एएसआइ और उनके साथ होमगार्ड जवान साधारण कपड़ों में आए थे। शुरुआत में तस्करों और पुलिस कर्मियों के बीच बहस और गाली गलौज भी हुआ। मंडी में शोर होने के कारण किसी उनकी ओर ध्यान नहीं दिया। जब तस्करों ने गालियां चलाईं तो लोगों में हड़कंप मचा। घटनाक्रम के समय मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि गोलियां चलने के बाद उन्होंने कैंटर की ओर देखा तो वहां एक आदमी नीचे गिरा था और दूसरा तड़प रहा था। कुछ लोग कैंटर में से सामान निकाल कर गाड़ी में रख रहे थे।
तीसरे कर्मचारी से पूछताछ जारी, कैंटर बरामद
घटना के समय भाग खड़े हुए होमगार्ड के जवान राजविंदर सिंह से पुलिस अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। डीएसपी जतिंदरजीत सिंह और इंस्पेक्टर सिमरजीत सिंह छानबीन कर रहे हैं। मौके पर मिली सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि गोलियां चलने के बाद वहां मौजूद लोग वहां से भाग निकले। सफेद रंग की आइ-20 कार में सवार होकर तस्कर लंडे रेलवे फाटक की ओर से होते हुए जीटी रोड की ओर फरार हो गए। हालांकि देर शाम पुलिस ने कोठे आठ में पुरानी शूगर मिल के पास से कैंटर बरामद कर लिया है।
फोन करने भी नहीं पहुंची एंबुलेंस
गल्ला मजदूर यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह का कहना है कि वे जब मौके पर पहुंचे तो एएसआइ राजदलविंदर जीत सिंह बुरी तरह घायल था। उन्होंने एंबुलेंस को कई फोन किए लेकिन वह नहीं पहुंची। इसके बाद एक निजी कार में उसे अस्पताल लेकर गए। अगर एंबुलेंस समय पर आ जाती तो शायद उसे बचा लिया जाता।
विधायक ने की हमले की निंदा
घटना की सूचना मिलने के बाद आम आदमी पार्टी की विधायक सर्वजीत कौर मानुके भी मंडी में पहुंची। उन्होने कहा कि पुलिस कोरोना से लोगों को बचाने में लगी है। पुलिस कर्मियों पर इस तरह हमला निंदनीय है। हमलावरों को जल्द काबू कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।