रात होते ही सड़क बन जाती है मयखाना, होटल-ढाबे वाले पिलाते हैं शराब; हवा में लुधियाना के सीपी साहब का आदेश
लुधियाना में सीपी साहब के आदेशों की अवहेलना करते हुए रेलवे स्टेशन रोड पर खुलेआम शराब परोसी जा रही है। पुलिस कमिश्नर के निरीक्षण के बावजूद होटलों ढाबों और सड़क किनारे शराब पीने का सिलसिला जारी है। बिना परमिट के शराब परोसी जा रही है जिससे आसपास के लोगों को परेशानी हो रही है। पुलिस नाके के पास भी शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है।

गगनदीप रत्न, लुधियाना। रेलवे स्टेशन रोड स्थित शराब के ठेके सामने और होटल-ढाबे में बैठकर सरेआम लोग शराब पीते और पिलाते हैं। पांच दिन पहले पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने औचक निरीक्षण के दौरान सड़क किनारे शराब पीने वाले 26 शराबियों को पकड़ा था। लेकिन पांच दिन बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ, जबकि सीपी ने पुलिस अधिकारियों को आदेश दिए थे कि वह रोजाना चेकिंग करेंगे और होटल-ढाबे और सड़क किनारे शराब पीने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।
लोग सड़क किनारे खड़े होकर शराब पीते दिखे। जिन होटल संचालकों के पास लाइसेंस नहीं है वह भी टेबल पर शराब परोस रहे थे। दैनिक जागरण की टीम ने रात में रेलवे स्टेशन के बाहर उन जगहों का दौरा किया, जहां पुलिस कमिश्नर ने चेकिंग की थी और कार्रवाई के आदेश दिए थे।
स्टेशन के सामने खुलेआम पी रहे शराब
समय: रात 10.55 बजे
स्थान: रेलवे स्टेशन के गेट के सामने
पांच दिन पहले पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने यहां के ठेकों और ढाबों पर एक्शन लिया था। सड़क पर ही लोग जमीन पर बैठकर खुलेआम शराब पी रहे थे। हालात ये थे कि वहां से पीसीआर निकल रही थी, लेकिन न तो लोगों को पुलिस का खौफ था और न ही पुलिस कर्मचारियों में इतनी हिम्मत दिखी कि वह शराबियों को रोकते।

बिना परमिट के ढाबों पर पिलाई जा रही शराब
समय: 12.30 बजे
स्थान: रेखी सिनेमा के नजदीक
सड़कों के बाद ढाबों और होटलों के भी अलग ही रंग नजर आए। 11 बजे तक यहां खाना परोसा जाता है, लेकिन उसके बाद यहां शराब परोसनी शुरू कर दी जाती है। जब हम पहुंचे तो लोग अपने टेबल पर पैग बनाकर पी रहे थे। वहीं एक परिवार खाना खाने के लिए आया, लेकिन शराबियों को देखकर लौट गया। रेलवे स्टेशन के आसपास और रेखी सिनेमा रोड पर बने ढाबों पर इसी तरीके से रोज रात को शराब पिलाई जाती है।

शराबियों के लिए ठंडे पानी को लगा दिया वाटरकूलर
समय: रात 12.30 बजे
स्थान: रेलवे स्टेशन के गेट के बाहर और पुलिस नाके के नजदीक
यहां ठेके वालों ने ठेके के बाहर वाटरकूलर लगा रखा है। लोग ठेके से बोतल लेते थे और वाटरकूलर से पैग में पानी डालकर वहीं खड़े होकर शराब पी रहे थे। हैरत की बात ये है कि पास ही पुलिस का नाका लगा था। लेकिन शराबियों के लिए कोई नियम कानून नहीं थे।

कब-कब हुए स्टेशन के बाहर बड़े मामले
- - 24 नवंबर को शराब के नशे में दोस्तों ने साथी कमलजीत सिंह की हत्या कर दी थी।
- - 24 अगस्त को स्टेशन के बाहर शराब के नशे में सुए से वारकर युवक की हत्या।
- - 23 सितंबर को स्टेशन के बाहर पुलिस टीम पर पत्थर से हमला किया गया।

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