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    लुधियाना के 13 साल के अग्रिम का कमाल, लाकडाउन में केक बनाना सीखा, अब मिल रहे बंपर आर्डर

    By Pankaj DwivediEdited By:
    Updated: Mon, 14 Dec 2020 02:40 PM (IST)

    लुधियाना के माडल टाउन के अग्रिम सिंह ने बताया कि उसे शुरू से ही किचन में काम करने का शौक था पर पढ़ाई के चलते कभी मौका नहीं मिला। लाकडाउन में उसने रसोई में मम्मी का हाथ बंटाया और तरह-तरह के केक बनाना सीखा।

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    लुधियाना में अपने बनाए केक के साथ स्टूडेंट अग्रिम। (जागरण)

    लुधियाना, [गौरव कनौजिया]। कुछ कर दिखाने का जुनून हो तो छोटे-छोटे शौक भी बड़ी सफलता में बदल जाते हैं। यह साबित कर दिखाया है लुधिायना के माडल टाउन के 13 साल के अग्रिम सिंह ने। लाकडाउन में जब सब लोग घर में कैद थे, तब अग्रिम ने अपना समय कुकिंग और केक बनाना सीखने में लगाया। रसोई में मां का हाथ बंटाने से शुरू हुआ उसका ये सफर अब बड़ी सफलता में बदल गया है। उसे रोजाना दस से ज्यादा केक बनाने के आर्डर मिल रहे हैं। यहां तक कि बेंगलुरु से आर्डर मिलने शुरू कर दिया है।

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    अग्रिम ने बताया कि उसे शुरू से ही किचन में काम करने का शौक था पर पढ़ाई के चलते कभी मौका नहीं मिला। लाकडाउन में उसे मम्मी के साथ रसोई में इक्कठे काम करने का मौका मिला और इसका उसने पूरा फायदा उठाया। मां लाकडाउन में किचन में अलग-अलग तरह की डिशेस बनाती थी। खाली समय में वह भी मां के साथ रहता और रसोई में तरह-तरह के केक बनाना सीखा। 

    स्टडी के बाद बनाता हूं केक

    अग्रिम ने बताया कि सुबह उसकी स्कूल क्लास होती है, पहले वह उसे अटेंड करता है। जो ऑर्डर आए होते है, उन्हें पूरा करके शाम को वह केक की डिलीवरी कर देता है।

    लुधियाना के माडल टाउन में अपने घर की रसोई में केक बनाते हुए अग्रिम।

    रोजाना मिल रहे ऑर्डर

    अग्रिम ने बताया कि अभी उसे रोजाना 10 के ज्यादा ऑर्डर आते हैं। वह पढ़ाई खत्म करने के बाद लोगों को केक बनाकर सप्लाई करवाते हैं। इस काम में मुझे मेरी मां का पूरा सहयोग मिलता है। अभी मेरे फ्रेंड सर्कल में ज्यादा आर्डर आ रहे हैं। इसके अलावा बेंगलुरु से भी केक बनाने के ऑर्डर मिले हैं। इन्हें भी जल्द सप्लाई कर दिया जाएगा। अग्रिम ने बताया कि एक बनाने में 40 मिनट लग जाते हैं।

    मां मीनू ने कहा- बिना अंडे के फ्रेश केक बनाता है अग्रिम

    पिता अरविंदर सिंह और मां मीनू खुराना के साथ अग्रिम।

    अग्रिम सराभा नगर के सेक्रेड हार्ट स्कूल में आठवीं में स्टडी कर रहा है। पिता अरविंदर सिंह का खुद का बिजनेस है। उनकी आयरन शीट का काम है, शॉप दुगरी इलाके के चेत सिंह नगर में है। मां मीनू खुराना ने बताया कि अग्रिम केक में मैदा नहीं इस्तेमाल करता है। ना ही कोई अंडे का इस्तेमाल करता है। जितने आर्डर उसे मिलते हैं, वो फ्रेश केक बनाकर सप्लाई करता है।

    दोस्तों को सैंपल भेजे और बन गई बात

    अग्रिम ने बताया कि उसने पहले अपने बनाए केक के सैंपल दोस्तों के घर भेजें। मां ने भी अपने फ्रेंड सर्किल में केक टेस्ट करवाया। सभी को केक खूब पसंद आए, इसके बाद उसे ऑर्डर आने शुरू हो गए। अग्रिम के केक की डिमांड इतनी बड़ रही कि उसे रोजाना 10 केक के आर्डर मिल रहे हैं।