पंजाब के कई जिलों जमकर हुई वर्षा, फिरोजपुर में सतलुज दरिया उफान पर; 150 एकड़ फसल डूबी
पंजाब के कई जिलों में भारी वर्षा के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। भाखड़ा और पौंग बांध का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है हालांकि अभी खतरे के निशान से नीचे है। फिरोजपुर में सतलुज दरिया में पानी छोड़ने से 150 एकड़ धान की फसल डूब गई है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

जागरण टीम, लुधियाना। पंजाब के गुरदासपुर, शहीद भगत सिंह नगर सहित कई जिलों में मंगलवार को भारी वर्षा हुई। भाखड़ा व पौंग बांध का जलस्तर भी निरंतर बढ़ रहा है। पांच अगस्त को पौंग बांध का जलस्तर 1368.26 फीट रिकॉर्ड किया गया। 45 दिन बाद बांध में 80 फीट जलस्तर बढ़ा है। फिलहाल खतरे के निशान से अभी 22 फीट नीचे है।
भाखड़ा का जलस्तर भी 1633.19 फीट रहा। उधर, हरिके हेड से सतलुज दरिया में करीब 22 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से फिरोजपुर में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। करीब 150 एकड़ धान की फसल में पानी में डूब गई है। सतलुज दरिया में लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए हुसैनीवाला हेड के भी कुछ गेट खोल दिए गए हैं, ताकि स्थिति नियंत्रण में हो सके।
डीसी दीप शिखा शर्मा ने कहा कि जिले में अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में हैं। प्रशासन की सभी टीमें पूरी तरह अलर्ट हैं। फिलहाल छह से नौ अगस्त तक राज्य में मौसम साफ रहने की संभवाना है, लेकिन राजधानी चंडीगढ़ में भारी वर्षा हो सकती है। 10 अगस्त से मानसून दोबारा से सक्रिय होगा। इसके बाद दो दिन भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है।
फाजिल्का के कई गांवों में भरा पानी, घरों में पड़ी दरारें
उधर, फाजिल्का जिले में बीते शुक्रवार को हुई छह से सात घंटे की लगातार हुई वर्षा के कारण पांच दिनों से कई गांवों में गलियों से लेकर खेतों तक पानी भर गया है।
गांव बांडीवाला, कौड़ियावाली, सिंहपुरा, सजराना में भी सेम नाले और छप्पड़ों के ओवरफ्लो होने के कारण खेत और घर जलमग्न हो गए हैं। डीसी अमरप्रीत कौर संधू ने मंगलवार को प्रभावित गांवों का दौरा कर फसलों का निरीक्षण किया और हर संभव ममदद का आश्वासन दिया है।

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