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    पंजाब के 4 जिलों में हुई भीषण बारिश, आज से अगले 5 दिनों तक धूप निकलने की संभावना

    Updated: Thu, 04 Sep 2025 07:50 AM (IST)

    पंजाब में भारी बारिश और बाढ़ से स्थिति गंभीर हो गई है। कई जिलों में भारी वर्षा दर्ज की गई है और मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भी बारिश की संभावना जताई है। भाखड़ा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण सतलुज नदी में जलस्तर बढ़ गया है जिससे कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।

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    चार जिलों में भारी वर्षा, आज से पांच दिनों तक धूप निकलने से मिलेगी राहत। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, लुधियाना। हिमाचल में बुधवार को भी मानसून पूरी तरह से एक्टिव रहा। पंजाब के चार जिलों में भारी वर्षा हुई। मौसम केंद्र चंडीगढ़ के अनुसार चंडीगढ़ में 84.7 मिलीमीटर, गुरदासपुर में 94.7 मिलीमीटर, मोहाली में 73.5 मिलीमीटर व पठानकोट में 41.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।

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    वहीं, लुधियाना में 34.4 मिलीमीटर, अमृतसर में 33.4 मिलीमीटर, पटियाला में 9.2 मिलीमीटर, बठिंडा में 10.6 मिलीमीटर, फरीदकोट में 1.7 मिलीमीटर, एसबीएस नगर में 5.5 मिलीमीटर, फिरोजपुर में 4.5 मिलीमीटर, होशियारपुर में 1.5 मिलीमीटर, मानसा में 6.5 मिलीमीटर व रूपनगर में 12.8 मिलीमीटर वर्षा हुई।

    उधर मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार वीरवार से मौसम में बदलाव आएगा। हिमाचल के साथ लगते जिलों को छोड़कर अन्य जगहों पर फिलहाल भारी वर्षा की संभावना नहीं है। ज्यादातर जगहों पर बादल छंट जाएंगे और धूप निकलेगी।

    जिससे बाढ़ से जूझ रहे जिलों को थोड़ी राहत मिलेगी। विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 8 सितंबर तक मौसम साफ रहेगा, लेकिन नौ सितंबर से दोबारा मानसून सक्रिय होगा। इस दौरान कई जगहों पर भारी वर्षा की संभावना है।

    जिसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद भी 18 सितंबर तक मानसून के सक्रिय रहने की संभावना है। इसके बाद वर्षा का दौर थमने की उम्मीद है।

    पंजाब सरकार की ओर से मंगलवार को पूरे राज्य को ही बाढ़ग्रस्त घोषित किए जाने के बीच बाढ़ से हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। हिमाचल में वर्षा से नंगल स्थित भाखड़ा बांध का जलस्तर 1,678 फीट तक पहुंच गया है। यह खतरे के निशान 1,680 फीट से मात्र दो फीट कम है।

    बीबीएमबी ने बांध के चारों फ्लड गेट आठ फीट तक खोल दिए हैं। इससे सतलुज दरिया उफान पर है और उससे सटे जिलों में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ रहा है। घग्गर दरिया ने पटियाला जिले में बाढ़ का खतरा पैदा कर दिया है। प्रशासन ने करीब 63 गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।

    ऐसी ही अपील प्रशासन की ओर से सतलुज दरिया के सटे इलाकों में भी लगातार की जा रही है। जालंधर-फिरोजपुर रेल मार्ग बंद कर दिया गया है। बाढ़ के कारण अधिकारियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं और स्कूल-कॉलेज सात सितंबर तक बंद कर दिए हैं। वीरवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और दो केंद्रीय टीमें राज्य का दौरा करेंगी।

    लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पंजाब में बाढ़ की तबाही तथा जम्मू, हिमाचल व उत्तराखंड में आई आपदा के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इन राज्यों को मदद देने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को कैबिनेट बैठक बुला ली है। तरनतारन में हरिके पत्तन हेडवर्क्स जहां सतलुज व ब्यास दरिया का पानी मिलता है, वहां लगातार जलस्तर बढ़ने से पानी आगे छोड़ा जा रहा है।

    तरनतारन के दस किलोमीटर क्षेत्र में तटबंध कमजोर होने से 50 से अधिक गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन और लोग दिन-रात तटबंध मजबूत करने में जुटे हैं। हरिके पत्तन से छोड़े जा रहे पानी से फिरोजपुर और फाजिल्का के बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। यहां हर दिन डेढ़ से दो फीट जलस्तर बढ़ रहा है। प्रशासन और लोग दिन-रात तटबंध मजबूत करने में जुटे हैं।

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