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    पंजाब में गर्मी ने दिखाया तेवर, चंडीगढ़ और बठिंडा में तापमान 35 डिग्री के पार; 6 अप्रैल तक बारिश की संभावना नहीं

    Updated: Tue, 01 Apr 2025 07:43 AM (IST)

    पंजाब (Punjab Weather) में मौसम ने करवट बदली है। हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में हुई बर्फबारी के बाद से मौसम सुहावना था लेकिन अब तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। चंडीगढ़ (Chandigarh Weather) और बठिंडा (Bathinda Weather) में पारा 35 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। बता दें कि मौसम विभाग ने 6 अप्रैल तक बारिश की संभावना नहीं जताई है।

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    पंजाब में गर्मी लगातार बढ़ रही है।

    जागरण संवाददाता, लुधियाना। हिमाचल व जम्मू-कश्मीर के उपरी इलाकों में हुई बर्फबारी की वजह से पंजाब (Punjab Weather) में बीतें शुक्रवार से लेकर रविवार तक मौसम के तेवर नरम चल रहे थे। दिन में ठंडी हवाओं से गर्मी से राहत थी, लेकिन सोमवार से मौसम बदल गया।

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    चंडीगढ़ और बठिंडा में 35 डिग्री के पार पहुंचा तापमान

    ठंडी हवाओं के गायब होते ही मौसम के तेवर गर्म हो गए। सुबह से ही खिली तेज धूप ने लोगों को बेचैन किया। पंजाब के दो जिलों में दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया।

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    जिसमें चंडीगढ़ (Chandigarh Weather) में 34.8 डिग्री सेल्सियस व बठिंडा (Bathinda Weather) में 34.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। दोनों जिलों में दिन का तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।

    6 अप्रैल तक बारिश की संभावना नहीं

    वहीं, पटियाला में 33.4 डिग्री सेल्सियस, लुधियाना, गुरदासपुर व फरीदकोट में 32.5 डिग्री सेल्सियस, अमृतसर में 31.0 डिग्री सेल्सियस, पठानकोट में 31.7 डिग्री सेल्सियस, रूपनगर व मोहाली में 31 डिग्री, जालंधर में 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

    मौसम केंद्र चंडीगढ़ के पूर्वानुमान के अनुसार छह अप्रैल तक वर्षा की संभावना नहीं है। दिन का तापमान 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। गर्मी रफ्तार पकडे़गी।

    बारिश नहीं होने से बढ़ रहा तापमान

    बता दें कि फरवरी के बाद मार्च में भी वर्षा की कमी रही। पंजाब में इस वर्ष मार्च में केवल 7.6 मिलीमीटर वर्षा हुई, जो कि पिछले तीन वर्षों में सबसे कम रही। जबकि मार्च में सामान्य तौर पर 22.5 मिलीमीटर वर्षा होती है। लेकिन इस बार सामान्य से 66 प्रतिशत कम वर्षा रिकॉर्ड की गई है।

    जिसका कारण मार्च में पश्चिमी विक्षोभ कम होना है। मार्च में सामान्य तौर पर आठ से नौ बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होते हैं, जबकि इस बार तीन से चार बार ही सक्रिय हुआ। वो भी कमजोर पश्चिमी विक्षोभ थे। वर्षा न होने की वजह से पंजाब में गर्मी भी पहले पड़ने लग गई है।

    27 जनवरी से पहले तक पंजाब में मौसम लगातार गर्म चल रहा था, जिसके चलते कई जिलों में दिन का तापमान 34 से 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो कि सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक है। यही वजह है कि इस बार गेहूं की फसलें भी ज्यादातर जगहों पर जल्दी पककर तैयार हो गई है।

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