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    लुधियाना के ताजपुर में हटने लगा कचरे का पहाड़, डंप की सफाई के साथ आसपास पौधे लगाने का काम भी शुरू

    By Varinder RanaEdited By: Vinay kumar
    Updated: Fri, 18 Nov 2022 08:24 AM (IST)

    लुधियाना में ताजपुर कचरा डंप से कचरे के पहाड़ हटने शुरू हो गए हैं। कंपनी ने बीते 8 दिन में ही लगभग 20 हजार टन पुराने कचरे को साफ कर दिया है। कंपनी की ...और पढ़ें

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    लुधियाना के ताजपुर में कचरे का पहाड़ हटना शुरू हो गया है।

    वरिंदर राणा, लुधियाना। ताजपुर कचरा डंप से कचरे के पहाड़ हटने शुरू हो गए हैं। कचरा निस्तारण के लिए सागर मोटर कंपनी ने काम शुरू कर दिया है। बीते आठ दिन में लगभग 20 हजार टन पुराने कचरे को साफ कर दिया गया है। बीते नौ नवंबर के अंक में दैनिक जागरण ने इस बड़ी समस्या को प्रमुखता से उठाया था। अब कूड़े की प्रोसेसिंग शुरू हो गई है, जिसके बाद कंपनी ने अपना दफ्तर बना लिया है और इसके आसपास पौधे लगाने का काम भी शुरू हो गया है।

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    कंपनी की तरफ से कचरा हटाने के साथ डंप का सुंदरीकरण भी किया जा रहा है। महानगर से प्रतिदिन निकलने वाला 1100 टन कचरा ताजपुर मेन डंप पर स्टोर हो रहा है। यह डंप पांच एकड़ जमीन में फैला है। यहां पर बीते लगभग तीस साल से कचरा स्टोर हो रहा है। यहां पर एक प्रोसेसिंग प्लांट जरूर लगा है, लेकिन वह दो साल ठप पड़ा है।

    निगम की तरफ से करवाए गए सर्वे में डंप पर लगभग 21 लाख टन कचरा भर चुका है। इस कचरे के कारण निगम को एनजीटी की हर बार फटकार के साथ जुर्माना सहना पड़ा था। एनजीटी की तरफ से निगम को 10 लाख रुपये जुर्माना भी पड़ रहा था। आखिरकार निगम ने स्मार्ट सिटी के तहत कचरा हटाने की योजना बनाई है। निगम ने पांच लाख मीट्रिक टन कचरा हटाने का काम सागर मोटर्स कंपनी को दिया है। आठ नवंबर को कंपनी ने काम करना शुरू कर दिया है।

    पांच मशीनें कर रहीं काम

    सागर मोटर्स कंपनी की तरफ कचरे का निस्तारण करने के लिए पांच मशीनों को लगाया है। सभी मशीन ने अपना काम करना शुरू कर दिया है। पहले कचरे को मशीन के पास एकत्र किया जाता है। मशीनें कचरे को प्रोसेस कर आरडीएफ, खाद और मिट्टी अलग-अलग करती है। फिलहाल इन मशीन के पास 20 हजार टन कचरा रखा गया था, जिसे आठ दिन में प्रोसेस किया जा चुका है।

    दिन रात काम से आएगी तेजी

    कंपनी की तरफ से लगाई गई हाईटेक मशीन की क्षमता सात सौ टन कचरा प्रोसेस करने की है। वर्षा के समय बंद करना पड़ता है तो क्योंकि कचरे को लाना मुश्किल पड़ता है। फिलाहल कंपनी एक माह में 50 हजार टन कचरा खत्म करने का टारगेट लेकर चली है। आगे चलकर दिन और रात दो शिफ्ट में काम होगा। उस समय प्रति माह 90 हजार टन कचरा साफ किया जाएगा।

    हमारी कंपनी की मशीनों ने काम शुरू कर दिया है। अभी तक हम लगभग 20 हजार टन कचरे को समेट चुके है। कचरा डंप पर हमने अपना दफ्तर भी बना लिया है। यहां पर पौधे लगाना भी शुरू कर दिया है। हमारा विजन है कि कचरा सफाई के साथ हम यहां ब्यूटीफिकेशन का काम भी करें ताकी लुधियाना के लोग जिस डंप की तरफ आना पसंद नहीं करते है, वह एक बार देखने जरूर आएं।

    राजीव मौर्या, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, सागर मोटर्स।