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    Farmers Protest: रेल रोको आंदोलन के बाद पंजाब बंद का एलान, किसान संगठन SKM ने प्रोटेस्ट से बनाई दूरी

    Updated: Wed, 18 Dec 2024 08:50 PM (IST)

    संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के आह्वान पर बुधवार को पंजाब में तीन घंटे का रेल रोको आंदोलन हुआ। इस दौरान 12 ट्रेनें रद्द कर दी गईं और 34 ट्रेनें देरी से चलीं। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने 30 दिसंबर को पंजाब बंद का आह्वान किया है। वहीं खनौरी में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 23वें दिन भी जारी है। उनकी हालत बेहद नाजुक है।

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    बुधवार को पंजाब में रेल रोको आंदोलन हुआ (जागरण फोटो)

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) से जुड़े किसानों ने बुधवार को राज्य भर में तीन घंटे रेल रोको आंदोलन किया। राज्य भर में किसानों ने दोपहर 12 से तीन बजे तक रेल ट्रैक पर धरना दिया। किसानों के इस आंदोलन के कारण 12 ट्रेनें रद करनी पड़ीं।

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    इसके अलावा 34 ट्रेनें देरी से चलीं। इसी बीच संगठन से जुड़े किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने 30 दिसंबर को पंजाब बंद का आह्वान किया है। इसी क्रम में बड़े घटनाक्रम के तहत किसानों ने इस आंदोलन से दूरी बनाए रखे संयुक्त किसान मोर्चा (राजनीतिक) गुट के नेताओं ने घोषणा की है कि उनका संगठन अभी इस आंदोलन में शामिल नहीं होगा।

    डल्लेवाल का आमरण अनशन 23वें दिन भी जारी

    वहीं, खनौरी में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन बुधवार को 23वें दिन भी जारी रहा। डाक्टरों के अनुसार उनकी हालत बेहद नाजुक है, खाना नहीं खाने से चमड़ी का रंग पीला होने लगा है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने उनसे मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना।

    पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत बुधवार को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) से जुड़े किसान राज्य भर के अलग-अलग स्टेशनों और फाटकों पर इकट्ठा हुए और 12 बजे उन्हें रेल ट्रैक पर धरना लगा दिया। इस कारण जहां 12 ट्रेनें रद की गईं वहीं, 34 ट्रेनें देरी से चलाई गईं।

    रेलवे प्रवक्ता ने बताया कि जो ट्रेनें किसान आंदोलन के दौरान विलंब से चल सकीं, उन्हें ऐसे स्थानों पर रोका गया, जहां रेलयात्रियों को कोई असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्हें चाय, पानी (खान-पान) की सुविधा मिलती रही।

    आंदोलन में हिस्सा नहीं लेगा एसकेएम

    उधर, चंडीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा (राजनीतिक) से जुड़े संगठनों की आपात बैठक हुई। किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने बैठक के बाद कहा कि उनका संगठन हरियाणा की सीमा से सटे शंभू और खनौरी में आंदोलन कर रहे दूसरे गुट संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) को अभी समर्थन नहीं देगा।

    उन्होंने कहा कि किसान नेता सरवन सिंह पंढेर की चिट्ठी के जवाब में पहले दोनों गुटों की 21 दिसंबर को बैठक होगी और उसके बाद उनके गुट की 24 दिसंबर को बैठक के बाद अगला फैसला लिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह जरूर कहा कि उनका संगठन 24 दिसंबर को दूसरे गुट के आंदोलन के समर्थन में जिला स्तरीय प्रदर्शन करेगा।

    डल्लेवाल के लिए बनाया गया कांच का विशेष कमरा खनौरी में जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य पर नजर रख रहे डॉ. अवतार सिंह ने कहा कि डल्लेवाल की सेहत बेहद नाजुक है। उपचार के बिना सेहत में सुधार होना संभव नहीं है। बुधवार को उनकी सेहत ज्यादा बिगड़ गई, जिसकी वजह से वे मंच पर भी नहीं आ पाए।

    किसान नेता डल्लेवाल की तबीयत नाजुक

    इसी बीच डल्लेवाल को संक्रमण से बचाने के लिए बुधवार को मंच पर शीशे का कमरा तैयार कर दिया गया है, जिसमें डल्लेवाल को शिफ्ट किया जाएगा, जहां से लोग बाहर से ही उन्हें देख सकेंगे।

    किसान चिंतित तो केंद्र सरकार निश्चिंत खनौरी में किसान नेता डल्लेवाल से मुलाकात के बाद एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि आमरण अनशन कर रहे डल्लेवाल शारीरिक तौर पर कमजोर हो रहे हैं, लेकिन मानसिक तौर पर वे बेहद मजबूत हैं।

    आज सभी लोगों व किसान उनकी सेहत को लेकर चिंतित हैं लेकिन जिन्हें चिंतित होना चाहिए वह (केंद्र सरकार) निश्चिंत होकर बैठे हैं। शंभू बॉर्डर पर सल्फास निगलने वाले किसान की मौत शंभू बॉर्डर पर किसान आंदलन के दौरान 14 दिसंबर के सल्फास निगलने वाले किसान रणजोध सिंह ने मंगलवार देर रात पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में दम तोड़ दिया।

    'किसान के परिवार के सदस्य को दे नौकरी'

    57 वर्षीय रणजोध सिंह लुधियाना के तहत खन्ना तहसील के गांव रतनहेड़ी का रहने वाला था। किसान संगठनों ने मृतक किसान के परिवार को 25 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने, एक पारिवारिक सदस्य को योग्यता मुताबिक सरकारी नौकरी देने और उक्त परिवार के सभी कर्ज माफ किए जाने की मांग की है।

    किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने इसके साथ ही कहा कि रणजोध सिंह ने हलफनामा दायर करके कहा था कि उसकी मौत के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी तो पंजाब सरकार के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के खिलाफ केस दर्ज करना चाहिए।

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