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    पंजाब में संयुक्त किसान मोर्चे का ऐलान, जो किसान नेता चुनाव लड़ना चाहता है आंदोलन छोड़ दे

    By Sunil Kumar JhaEdited By:
    Updated: Wed, 24 Mar 2021 05:49 PM (IST)

    Farmers Protest पंजाब के सरहिंद में बुधवार को हुई महापंचायत में संयुक्‍त किसान मोर्चा की ओर से बड़ा एलान किया गया। महापंचायत में कहा गया‍ कि जो किसान नेता आगे चुनाव लड़ने के इच्‍छुक हैं वे अभी से किसान आंदोलन छोड़ दें।

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    सरहिंद में आयोजित किसान पंचायत का नजारा। (जागरण)

    सरहिंद, [धरमिंदर सिंह] । कृषि कानूनों के खिलाफ सरहिंद अनाज मंडी में संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से किसान-मजदूर एकता महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में ऐलान कर दिया गया कि अगर किसान आंदोलन से जुड़ा कोई भी किसान नेता या अन्य व्यक्ति इस आंदोलन की आड़ में कोई भी चुनाव लड़ने की इच्छा रखता है तो वह अभी से इसको (आंदोलन को) छोड़ दे। चूंकि किसान मोर्चा सियासत से कोई लेन-देन नहीं रखता और न ही रखेगा। पंजाब के किसी भी किसान संगठन से कोई भी नुमाइंदा चुनाव नहीं लड़ेगा।

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    सरहिंद में हुई महापंचायत में बोले डा. दर्शनपाल, सियासत से कोई लेन-देन नहीं रखेगा मोर्चा

    यह ऐलान किसान नेता डा. दर्शनपाल ने मंच से किया तो वहां मौजूद अन्य किसान नेताओं ने भी इस पर सहमति जताई। इसके साथ ही 26 मार्च को भारत बंद के कार्यक्रम में सुबह छह से शाम छह बजे तक हर छोटी-बड़ी दुकान को बंद रखने की अपील की गई। डा. दर्शनपाल ने कहा कि पंजाब का कोई भी दूध विक्रेता या किसान 26 मार्च को दूध व सब्जियों की सप्लाई भी नहीं करेगा। सभी से अपील की गई कि 25 मार्च को ही सप्लाई कर दी जाए।

    सरहिंद में आयोजित महापंचायत में शामिल लोग। (जागरण)

    बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर लोगों में जोश है। आंदोलन की स्थिति को लोगों तक पहुंचाने के लिए महापंचायत की जा रही हैं। 26 के भारत बंद के बाद सभी संगठन बैठक बुलाकर अगली रणनीति तैयार करेंगे। राकेश टिकैत के बेरिकेड्स तोड़ने के बयान पर राजेवाल ने कहा कि टिकैत थोड़ा बढ़कर बोल देते हैं। ऐसा कुछ नहीं है। आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहेगा।

    गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि एफसीआइ के माध्यम से पंजाब सरकार और किसानों पर दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन, पंजाब सरकार किसानों के साथ हैं। कोई भी किसान जमीन का रिकार्ड नहीं देगा। किसानों का दाना दाना बिके, इस लिए पूरी ताकत लगा दी जाएगी। महापंचायत में किसान नेता रूलदू सिंह मानसा, हरजीत सिंह टल्लेवाल, पूर्व डीआईजी लखविंदर सिंह जाखल भी पहुंचे थे।

    तरसेम जस्सड़ पहुंचे, मगर बोले नहीं, जस्स बाजवा हुए लेट

    किसान महापंचायत में पंजाबी कलाकार व गायक तरसेम जस्सड़ शामिल हुए। वे मंच पर काफी समय बैठे रहे। उन्‍होंने संबोधन नहीं किया। पंजाबी गायक जस्स बाजवा किसान महापंचायत के समापन होने के समय आए। इसके चलते उन्हें बलवीर सिंह राजेवाल के अंतिम संबोधन के बाद कुछ समय बोलने के लिए देना पड़ा। इस महापंचायत में पंजाबी गायक बब्बू मान, कंवर ग्रेवाल समेत कई अन्यों के आने का कार्यक्रम भी था। लेकिन वे नहीं आए। 

    योगराज ने किया सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का आह्वान

    एक तरफ मंच से किसान नेता चुनाव न लड़ने का दावा कर रहे थे तो वहीं संबोधन करते समय पंजाबी कलाकार व पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने कहा कि सभी को मिलकर 117 सीटों पर पंजाब विधान सभा चुनाव लड़ना चाहिए। किसानों मजदूरों से नुमाइंदे जिताने चाहिए। जत्थेबंदियां खुद भी 32 सीटों पर अपने नुमाइंदे खड़े करें, तभी समस्याओं का पक्के तौर पर हल हो सकता है।

     

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