लुधियाना में फर्जी डॉक्टर का खौफनाक खेल, नकली डोप टेस्ट रैकेट का भंडाफोड़; अस्पताल में करता था टेक्नीशियन का काम
लुधियाना में पुलिस ने राम कुमार नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो सिविल अस्पताल के डॉक्टरों की जाली मोहरें लगाकर फर्जी डोप टेस्ट करता था। वह अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के रूप में काम कर रहा था और लोगों से पैसे लेकर फर्जी रिपोर्ट बनाता था। पुलिस ने उसके पास से मोहरें और अन्य सामान बरामद किया है और मामले की जांच कर रही है।

डाक्टरों की जाली मोहर लगाकर फर्जी डोप टेस्ट करने वाला गिरफ्तार (प्रतीकात्मक फोटो)
संवाद सहयोगी, लुधियाना। सिविल अस्पताल के डक्टरों की फर्जी मोहरें लगाकर आवेदकों के फर्जी डोप टेस्ट करने वाले एक आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह आरोपित लंबे समय से लोगों को झांसे में रखकर मोटी रकम वसूल करके यह हेराफेरी का खेल चला रहा था। आरोपित के कब्जे से मोहरें और कार बरामद हुई है।
आरोपित की पहचान नजदीक सिविल अस्पताल निवासी राम कुमार के रूप में हुई है। थाना सलेम टाबरी में आरोपित पर केस दर्ज करके जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपित राम कुमार पिछले कुछ समय से सिविल अस्पताल में कांट्रेक्ट बेस पर लैब टेक्नीशियन (एलटी) की नौकरी कर रहा था। इसी बात का फायदा उठाकर वह लोगों को आसानी से अपने झांसे में ले लेता था।
असलाह बनवाने वाले आवेदकों को लगता था कि आरोपित अस्पताल का कर्मचारी है और काम सही ही करवाकर देगा। फिलहाल पुलिस ने दो दिन का रिमांड लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने इस मामले में एक और कर्मचारी को हिरासत में लिया है, लेकिन पुष्टि नहीं की है।
पुलिस के अनुसार 17 अक्टूबर को सूचना मिली कि आरोपित फर्जी डोप टेस्ट रिपोर्ट तैयार करवाने का काम करता है। सूचना पर आरोपित को भट्टियां इलाके से कार में जाते काबू कर लिया। तलाशी के दौरान उससे दो मोहरें, डाक्टर कांमेंट फाइल व उक्त कार बरामद हुई।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस केस में अस्पताल के कुछ कर्मचारियों व एक प्राइवेट व्यक्ति को भी पूछताछ के लिए पुलिस चौकी एल्डिगो बुलाया था, जिनके बयान लेकर उन्हें रात को छोड़ दिया गया।
सिविल अस्पताल में डोप टेस्ट की फर्जी रिपोर्ट तैयार करने वाला खेल काफी समय से चल रहा था। बता दें कि पिछले कुछ समय में थाना डिवीजन नंबर पांच और डिवीजन नंबर दो में असलाह आवेदकों पर भी फर्जी डोप टेस्ट रिपोर्ट लगाकर फाइल जमा करवाने के आरोप में केस दर्ज हो चुके हैं।
सिविल अस्पताल प्रबंधन और पुलिस लगातार इस खेल पर नजर रख रही थी। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि आरोपित अब तक कितने लोगों के फर्जी डोप टेस्ट करवा चुका है व उसके साथ और कितने लोग शामिल हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।